रूस-यूक्रेन युद्ध के करीब तीन साल होने चले हैं, लेकिन न तो यूक्रेन ने शांति की तरफ कोई कदम बढ़ाया है और न ही रूस रुकने का नाम ले रहा है। यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए पश्चिमी देश लगातार हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं। इस पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर से पश्चिम देशों की आलोचना की है। साथ ही चेताया है कि वो भी दूसरे देशों को पश्चिमी देशों पर हमले करने के लिए इसी तरह के विध्वंशक हथियार दे सकते हैं।
राष्ट्रपति पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उसी दौरान उन्होंने पश्चिमी देशों को लेकर ये चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई ये सोचता है कि वो हमारे लिए मुश्किलें पैदा करने के लिए युद्ध क्षेत्र में इस तरह के हथियार दे सकता है, तो हम क्यों नहीं? पुतिन ने ये बात एक अमेरिकी सीनेटर द्वारा ये स्वीकार करने के बाद कही है, जिसमें सीनेटर ने इस बात को स्वीकार किया था कि हाल ही में यूक्रेन ने रूसी जमीन पर जो हमला किया था, उसमें अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल किया गया था।
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिकी सीनेट सशस्त्र सेवा समिति के सदस्य और साउथ डकोटा के रिपब्लिकन सीनेटरमाइक राउंड्स ने रूस के अंदर अमेरिकी हथियारों से हमलों की पुष्टि की थी। सीनेटर के मुताबिक, इसके लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के खार्किव शहर की रक्षा के लिए रूस के अंदर मार करने वाले हथियारों को मंजूरी दी थी। इन हथियारों का इस्तेमाल रूसी सेना पर हमले के लिए किया गया था।
रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अमेरिकी रूस को लेकर अपनी नीतियों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं करेगा। जर्मनी ने भी हाल ही में रूस की धरती पर मार करने की क्षमता वाली लंबी दूरी की मिसाइलों को यूक्रेन को सप्लाई करने की अनुमति दी थी, जिसे राष्ट्रपति पुतिन ने खतरनाक कदम करार देते हुए रूस-जर्मनी के संबंधों के खराब होने की चेतावनी दी थी।
बता दें कि इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर की 3 जून की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी सेना ने 1 या 2 जून को बेलगोरोद में रूसी एस-300/400 एयर डिफेंस पर संभवत: संभवत: हाई स्पी़ड आर्टिलरी या फिर हाई मार्स रॉकेट से हमला किया था।
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