दिल्ली शराब घोटाले के किंगपिन कहे जाने वाले AAP के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। उनकी 21 दिनों की अंतरिम जमानत खत्म हो गई थी। लेकिन सरेंडर करने से पहले अरविंद केजरीवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लोगों की सहानुभूति हासिल करने वाली पोस्ट लिखी।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी ने 21 दिन चुनाव प्रचार के बाद आज तिहाड़ में सरेंडर करने से पहले राजघाट जाकर पूज्य बापू जी को नमन किया एवं कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर जाकर भगवान हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री जी ने दिल्ली वासियों को आश्वस्त किया कि आप सब लोग परेशान नहीं होना, आपका कोई काम रुकने नहीं दूँगा। आप मेरी चिंता मत करना, हमेशा खुश रहना, आप खुश रहोगे तो मेरे मन को तसल्ली रहेगी”
हालांकि, केजरीवाल की सहानुभूति बटोरने वाली ये नौटंकी नेटिजन्स को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई। लोगों ने उनके पोस्ट पर उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई। इसी क्रम में निशांत नाम के यूजर ने कहा, “कोई परेशान नहीं हो रहा है बल्कि हैरान हो रहा है कि जब एक भ्रष्टाचार के आरोपी को देश का कानून जमानत देता है तब कानून ठीक होता है और जब कानून जेल में वापिस डाल देता है तो सब तानाशाही हो जाती है। केजरीवाल जी आपका ये पाखंण्ड सब देख रहे हैं।”
अनूप बर्नवाल कहते हैं, “घोटालेबाज नेता तो ऐसे शो ऑफ करता है जैसे किसी जंग मे लड़ने जा रहा है, ये मत भूलो कि तुम शराब माफिया हो और उसी आरोप में जेल में गए हों।”
इसी क्रम में कर्वज्ञ नाम के यूजर ने केजरीवाल की पोस्ट पर कटाक्ष किया, “जो व्यक्ति कट्टरता को ईमानदारी से जोड़ता है, उससे बड़ा पाखंडी और भ्रष्ट कोई हो नहीं सकता। ईमानदारी का कसौटी यही है कि व्यक्ति सच्चाई को स्वीकार करे, चाहे वो उसके विचारों के खिलाफ ही क्यों न हो। केजरीवाल ने सच्चाई को कुचलने की कोशिश की, ईमानदारी को कट्टरता से जोड़ा, झूठ-छल-कपट की सारी सीमाएँ लांघ दी। न जाने पर्दे के पीछे उसने सत्ता के बल पर कितने सारे पाप किए। निष्कर्ष यही है कि केजरीवाल जैसे पाखंडी किसी भी समाज या देश के लिए बहुत घातक हो सकते हैं। जो लोग आज भी इस कट्टर पाखंडी और कट्टर भ्रष्टाचारी के साथ खड़े हैं उन्हें अपनी नैतिकता का गहन मूल्यांकन करना चाहिए। धन्यवाद!”
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