जसपुर: आरक्षित वन क्षेत्र तराई वेस्ट डिविजन में एक बनी एक मजार को लेकर एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया है। कालू सैय्यद मजार जंगल में अवैध रूप से बनी हुई है जिसे हटाने के लिए वन विभाग नोटिस जारी कर चुका है। अब जानकारी में ये आया है कि मजार को हटाने के बजाय इसके आस पास और भी जंगल की जमीन पर कब्जे किए जा रहे हैं।
इस बारे में तराई वेस्ट फॉरेस्ट के अधिकारियों द्वारा अतिक्रमण करनें वालों के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी है। डीएफओ प्रकाश आर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि जंगल के आरक्षित क्षेत्र में अवैध मजार के आसपास पूर्व में वन विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाया गया था और मजार को स्वयं हटा लिए जाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे।
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इसी बीच फॉरेस्ट के बीट कर्मियों द्वारा मजार के आस पास पुनः अतिक्रमण किए जाने की खबर हुई, वन कर्मियों ने वहां जाकर उक्त अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जिस पर वहां मौजूद मजार प्रबंधन कमेटी के सदस्यों द्वारा वन कर्मियों के साथ मारपीट की गई। इसके बाद वन विभाग द्वारा जसपुर पुलिस को एक तहरीर देकर नामजद आरोपियों शाहिद ,शरीफ, नईम आदि के खिलाफ कानूनी करवाई करने को कहा गया है।
बताया जाता है उक्त मजार की आड़ में जंगल में संदिग्ध लोग घुसपैठ करते हैं और वन संपदा की चोरी करने के कामों में लिप्त रहते आए हैं, इस मामले में वन विभाग आए दिन कानूनी कार्रवाई भी करता रहा है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड कालू सैय्यद के नाम से जंगल भूमि पर अतिक्रमण करके दर्जनों अवैध मजारें बना दी गई थी।
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जिसमें से अब आठ मजारें वन विभाग द्वारा हटाई जा चुकी है। उधर अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी और सीएम के विशेष सचिव डा पराग धकाते के संज्ञान में भी इस मामले की जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि वन और पुलिस विभाग मिलकर अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहा है, जंगल में अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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