दिल्ली शराब घोटाले के मामले में जब अरविंद केजरीवाल जेल में थे, तब आम आदमी पार्टी बड़ा हो हल्ला कर रही थी। लेकिन, अब तिहाड़ जेल प्रशासन ने अरविंद केजरीवाल की वजन रिपोर्ट जारी कर दिया है। इससे आम आदमी पार्टी के सारे हथकंडे धराशाई हो गए हैं।
1 अप्रैल से 9 मई तक की केजरीवाल की हेल्थ रिपोर्ट में तिहाड़ जेल ने खुलासा किया है कि 1 अप्रैल को जब केजरीवाल का वजन मापा गया था तो उस दौरान वो 65 किलो के थे, 29 अप्रैल को आप के दावे के विपरीत केजरीवाल का वजन एक किलो बढ़कर 66 किलो हो गया था। वहीं जब 9 मई को जब केजरीवाल के वजन को नापा गया था तो वह 64 किलो के थे।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि दिल्ली शराब घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया था, तभी से वह तिहाड़ जेल में बंद थे। पहले तो आम आदमी पार्टी ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। फिर जेल का जबाव वोट से कैंपेन चलाया। लेकिन जब आम आदमी पार्टी का ये हथकंडा भी फेल हो गया तो आम आदमी पार्टी ने एक नया शिगूफा शुरू कर दिया। AAP ने प्रचार किया कि केजरीवाल को शुगर है, उनका शुगर लेवल लगातार बढ़ रहा है और उनका वजन लगातार घट रहा है। मोदी सरकार केजरीवाल की जेल में ही हत्या करवाना चाहती है।
इसे भी पढे़ें: उत्तराखंड: अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया बनमीत नरूला को ईडी ने पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार, US में हो चुकी है 7 साल की जेल
इस तरह के तमाम बेबुनियाद दावे आम आदमी पार्टी की ओर से किए गए। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी मार्लेना ने दावा किया था कि ईडी की हिरासत के दौरान केजरीवाल का 6-7 किलो वजन कम हो गया है। आतिशी का कहना था कि बिना किसी कारण से वजन का गिरना किसी न किसी बीमारी का कारण हो सकता है।
हालांकि, अब जब तिहाड़ प्रशासन ने ये रिपोर्ट जारी कर दी है तो केजरीवाल एंड कंपनी के झूठ का पुलिंदा खुल गया है। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने राउज एवेन्यु कोर्ट में अंतरिम जमानत को 7 दिन और बढ़ाने के लिए याचिका दायर की है। हालांकि, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट से उनकी उम्मीदों को तब झटका लगा था, जब सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्रार ने उनकी अंतरिम जमानत को और आगे बढ़ाने की याचिका को त्वरित सुनवाई के लिए लिस्टेड करने से इंकार कर दिया था।
टिप्पणियाँ