महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को बदनाम करने के मुस्लिमों के नाम का सहारा लेना कांग्रेस नेता राहुल गांधी को महंगा पड़ सकता है। दरअसल, वीर सावरकर के पोते सत्यकी अशोक सावरकर की शिकायत की जांच रिपोर्ट को पुलिस ने अदालत को सौंप दिया है। कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेजों के मुताबिक, पुणे पुलिस का कहना है कि राहुल गांधी झूठे हैं, जबकि सत्यकी के आरोप सहीं हैं।
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क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि वीर सावरकर को मुस्लिम विरोधी साबित करने के लिए पिछले वर्ष मार्च 2023 में लंदन में एक भाषण दिया था। इसमें राहुल गांधी ने दावा किया था कि सावरकर ने एक किताब ने लिखा था कि मैंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक मुस्लिम को पीटा था। इससे सावरकर बहुत खुश थे। उनके इस बयान के बाद इसे झूठा करार देते हुए सावरकर के पोते सत्यकी अप्रैल 2023 में अदालत में इंडियन पीनल कोड की धारा 499 औऱ 500 के तहत राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज करवाया था।
सत्यकी अशोक सावरकर ने शिकायत में कहा है कि राहुल गांधी द्वारा उनके दादा पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। सावरकर ने किसी भी किताब में ऐसा नहीं लिखा है, जैसा राहुल गांधी दावा कर रहे थे। सत्यकी की इसी शिकायत के बाद कोर्ट ने पुणे पुलिस को मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने के लिए आदेश दिया था।
सत्यकी की ओर से मामले की पैरवी करते हुए उनके वकील संग्राम कोल्हटकर ने कहा कि पुलिस ने अपनी रिपोर्ट को ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट अक्षी जैन की अदालत में पेश कर दिया है। विश्रामबाद पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि प्रथम दृष्या सत्यकी सावरकर की शिकायत में सच्चाई दिखती है।
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