पंजाब के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी राघव चड्ढा को देने के कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा नेता कपिल मिश्रा के ट्वीट के बाद सियासी पारा अचानक से बढ़ गया।
सांसद स्वाति मालीवाल से अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार की मारपीट के मामले में आम आदमी पार्टी के यू-टर्न लेने का मुद्दा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि एक और खबर सामने आ रही है। खबर पंजाब से निकलकर आ रही है। सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि लोकसभा चुनाव के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान की कुर्सी छीन ली जाएगी। पंजाब के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी राघव चड्ढा को देने के कयास लगाए जा रहे हैं। इस संबंध में भाजपा नेता कपिल मिश्रा के ट्वीट के बाद सियासी पारा अचानक से बढ़ गया। हालांकि अभी तक आप के किसी बड़े नेता या फिर भगवंत मान की तरफ से इस संबंध में कोई बयान नहीं आया है।
कपिल मिश्रा ने सोमवार को ट्वीट किया कि
खबर है कि केजरीवाल लोकसभा के तुरंत बाद भगवंत मान को हटाने और राघव चड्ढा को पंजाब की कमान देने का निर्णय कर चुके हैं
राघव की जगह राज्यसभा में अभिषेक मनु सिंघवी जी जाएँगे
क्या भगवंत मान जी को ये पता चल चुका है ?
क्या इसीलिए चुनाव प्रचार में ही दूरी दिखने लगी है
कपिल मिश्रा के इस ट्वीट के बाद कयासबाजी लगनी शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग कमेंट कर रहे हैं कि इस बार भगवंत मान निशाने पर हैं। दिल्ली की कुर्सी अरविंद केजरीवाल की पत्नी संभालेंगी।
अरविंद केजरीवाल ने भी स्वीकार किया है कि उन्होंने अभिषेक मनु सिंघवी से राज्यसभा की सीट ऑफर की थी, लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया था। अभिषेक मनु सिंघवी का भी बयान आया था कि उन्होंने दो मुख्यमंत्रियों ने राज्यसभा के लिए ऑफर दिया था। फिलहाल, कपिल मिश्रा के ट्वीट के बाद पंजाब में सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं। कपिल ने इससे पहले भी एक ट्वीट किया था कि –
Is it true ? कल रात शीशमहल में फिर मार पीट गाली गलौज हुई
भ्रष्ट और अहंकारी कल चिल्ला रहा था , इससे अच्छा तो मैं जेल में ही रहता , जनता मुझे जेल डलवाने के लिए वोट कर रही है
दो मंत्रियों को गंदी गंदी गाली देने लगा कि सारा दिन टीवी पर रहते हो , ख़ुद की कंस्टीट्यूएंसी में टेबल तक नहीं लगवा पाये
एक मंत्री ने पलट कर कहा कि हार तो आपकी नई दिल्ली विधानसभा से भी रहे हैं
उस मंत्री को चिल्ला कर कहा ज़्यादा स्वाति मालीवाल बनने की कोशिश मत करना , तुम सबको देख लूँगा एक बार बाहर आने के बाद
शीशमहल से कल देर रात तक ग़ुस्से में चीजें तोड़ने और मंत्रियों सांसदों का नाम ले लेकर गाली देने की आवाज़ें आती रही।
कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी से कभी जुड़े हुए थे, मंत्री भी थे, इसलिए उनके अपने सूत्र तो होंगे ही। लेकिन स्वाति से मारपीट मामले के बाद संजय सिंह की स्वीकारोक्ति और फिर आतिशी की प्रेस कॉन्फ्रेंस द्वारा इस मुद्दे पर यू-टर्न लेना इस बात का साफ संकेत दे रहा है कि आम आदमी पार्टी में सबकुछ ठीक तो नहीं चल रहा है।
टिप्पणियाँ