हल्द्वानी । तराई सेंट्रल के जंगल में वन विभाग के टांडा रेंज में बुधवार सुबह लकड़ी तस्करों और वन विभाग की टीम के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में जवाबी फायरिंग के दौरान एक तस्कर को गोली लगी, जिसे गंभीर हालत में सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तस्करों की फायरिंग से वन विभाग के कर्मी बाल-बाल बच गए। मौके पर वन विभाग की टीम ने तीन तस्करों को गिरफ्तार किया और भारी मात्रा में इमारती लकड़ी बरामद की।
वन क्षेत्राधिकारी टांडा रेंज, रूप नारायण गौतम ने बताया कि घटना की शुरुआत उस समय हुई जब वन विभाग को सूचना मिली कि टांडा रेंज के लालकुआं क्षेत्र में लकड़ी काटकर एक वाहन ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही वन विभाग की एसओजी और टीम मौके पर पहुंची और लकड़ी माफिया को रोकने की कोशिश की। इस दौरान तस्करों ने वन विभाग की टीम पर फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में वन माफिया लखविंदर सिंह लक्कू को गोली लगी, जो बरहैनी बाजपुर, उधम सिंह नगर का निवासी है। लखविंदर सिंह को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रेंज अधिकारी रूप नारायण गौतम ने बताया कि लखविंदर सिंह एक कुख्यात लकड़ी माफिया है। 2019 में उसने एक वनकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके मामले में वह जेल में बंद था और हाल ही में रिहा हुआ था। मौके पर से वन विभाग की टीम ने एक 315 बोर का अवैध तमंचा भी बरामद किया है। इसके अलावा पिकअप वाहन में भारी मात्रा में बेशकीमती सागौन की लकड़ी और एक बाइक भी बरामद की गई।
पुलिस क्षेत्राधिकारी संगीता ने बताया कि पूरे मामले में आरोपियों के खिलाफ लालकुआं कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वन विभाग की टीम ने तस्करों को पकड़ने और बरामद माल को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जवाबी फायरिंग में वन विभाग के कर्मचारी सुरक्षित रहे, जिससे किसी प्रकार की हानि नहीं हुई। मामले की जांच जारी है और तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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