गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में भीषण अग्निकांड पर गुजरात हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान ले लिया है। मामले पर कल हाई कोर्ट सुनवाई करेगा। हाईकोर्ट कल राज्य के गेम जोन पर निर्देश जारी कर सकता है।
क्या है पूरा मामला
शनिवार को राजकोट के टीआरपी गेम ज़ोन में भयंकर आग लगने से 24 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में बच्चों की संख्या अधिक होने की आशंका थी। फायर विभाग ने आग पर काबू पा लिया है, लेकिन मृतकों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। इस घटना के बाद, राजकोट कॉर्पोरेशन ने शहर के सभी गेम ज़ोन बंद करने के आदेश दिए हैं।
भीषण आग से मची तबाही
राजकोट के महुआ रोड पर स्थित टीआरपी गेम ज़ोन में शाम को अचानक आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि उसके धुएं को पांच किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था। इस आगजनी में फायर विभाग को “मेजर कॉल” देना पड़ा, जिससे आग की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब तक 24 शव बरामद किए जा चुके हैं और कई लोगों को रेस्क्यू किया गया है। अभी भी कुछ लोगों के गेम ज़ोन में फंसे होने की आशंका है, जिसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। आग में पूरा गेम ज़ोन जलकर खाक हो चुका है। बाहर लाए गए शव इस हद तक जले हुए हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है, जिसके चलते प्रशासन ने डीएनए टेस्ट करवाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री और भाजपा अध्यक्ष ने जताया दुःख
राजकोट गेम ज़ोन में आगजनी की इस घटना पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गहरा दुःख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही घायलों के इलाज में प्राथमिकता देने की भी सूचना दी गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है।
अहमदाबाद और सूरत के गेमिंग ज़ोन में भी होगी जांच
राजकोट में हुई इस भीषण आग की घटना के बाद अहमदाबाद और सूरत के बड़े गेम ज़ोन में भी फायर सेफ्टी मेजर्स और फायर इंस्ट्रूमेंट्स की जांच की जाएगी। अगर किसी भी प्रकार की सुरक्षा में कमी पाई गई, तो तुरंत रिपोर्ट कर कार्यवाही की जाएगी।
इस त्रासदी ने राजकोट शहर को हिला कर रख दिया है और प्रशासन द्वारा की जा रही त्वरित कार्यवाही की सराहना की जा रही है। हालांकि, इस घटना ने गेम ज़ोन और अन्य सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, जिसे लेकर प्रशासन अब और सतर्क हो गया है।
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