लोकसभा चुनाव-2024 के छठे चरण से पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम हिंसा भड़क उठी। इसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। पूर्व मेदिनीपुर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। इस हिंसा को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह हमला टीएमसी के गुंडों ने किया था।
क्या है पूरा मामला
नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़क उठी। घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है। तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया। इस हमले में भाजपा की महिला कार्यकर्ता की मौत हो गई और आठ अन्य भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए। मृतक का नाम रथीबाला आड़ी बताया जा रहा है। घायलों में से एक को कोलकाता रेफर कर दिया गया है।
घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है। इस हमले से गुस्साए भाजपा कार्यकर्ता जमकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सड़कों पर जाम लगा दिया और तृणमूल के खिलाफ नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने स्थानीय थाने का घेराव किया है और पुलिस पर हमलावरों को बचाने का आरोप लगाया है। सौ से अधिक गाड़ियों को भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़कों के दोनों तरफ रोक दिया है। पुलिस अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ जिसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर कानून व्यवस्था की बहाली के लिए सेंट्रल फोर्स की तैनाती की गई है। सीएपीएफ के सैकड़ो जवान बंगाल पुलिस के रैपिड एक्शन फोर्स के साथ कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए मोर्चा संभाले रहे।
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को इस क्षेत्र में अपनी हार का अहसास हो गया है जिसके बाद पुलिस के साथ मिलकर भाजपा की महिला नेता की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड का अंत दिखाकर छोडूंगा। हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस चाहे जितना बचाने की कोशिश कर ले लेकिन जिन लोगों ने भी ये हत्याएं की हैं और इसमें शामिल रहे हैं, वह नहीं बचेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री होने के साथ ममता बनर्जी राज्य की गृह मंत्री भी हैं और उन्हें इस घटना की जिम्मेदारी लेनी होगी।
20 मई को लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण की वोटिंग के दौरान भी पश्चिम बंगाल में कई जगह झड़प और हिंसा के मामले सामने आए थे। बैरकपुर, बनगांव, आरामबाग हावड़ा आदि क्षेत्रों से छिटपुट घटनाएं होने की खबरें थी, जिसमें वोटरों को धमकाना, वोटिंग रुकवाना, विरोधी पार्टियों के कार्यकर्ताओं को पीटना आदि शामिल था। राज्य में 25 मई को तामलुक, कांथी, घटाल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा और बिशनुपुर सहित आठ सीटों पर छठे चरण का मतदान होना है। यहां प्रत्याशियों की कुल संख्या 79 है। मतदान से पहले हिंसा की इस घटना से सियासी पारा गरमा गया है। शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से ही विधायक हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने यहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मात दी थी।
टिप्पणियाँ