देहरादून । उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के सफल संचालन को लेकर केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने राज्य के अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की। इस बैठक में उन्होंने यात्रा मार्गों, धामों और ठहराव स्थलों में यात्रियों की रिपोर्ट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए। इसके साथ ही यात्रा मार्ग पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए एनडीआरएफ और आईटीबीपी की मदद लेने के भी निर्देश दिए गए हैं।
केंद्रीय गृह सचिव ने भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबंधन की रणनीति हेतु एक कमेटी गठन के निर्देश दिए हैं और धरातल स्तर पर यात्रा प्रबंधन पर कड़ी निगरानी पर विशेष जोर दिया है। रजिस्ट्रेशन और टोकन सिस्टम का सख्ती से पालन करने के भी निर्देश दिए गए हैं। ट्रैफिक की स्थिति पर सीसीटीवी और ड्रोन से सख्त निगरानी जारी रखने का आदेश दिया गया है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बैठक में केंद्रीय गृह सचिव को राज्य में चारधाम यात्रा की जानकारी देते हुए आ रही परेशानियों के बारे में अपडेट किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा 24 घंटे संचालित होने वाला कॉल सेंटर पंजीकरण हेतु कार्य कर रहा है। पंजीकृत श्रद्धालुओं को बड़कोट (यमुनोत्री), हीना (गंगोत्री), सोनप्रयाग (केदारनाथ) और पाण्डुकेश्वर (बद्रीनाथ) में चेक किया जा रहा है। मंदिरों के परिसर में पंक्ति में लगे श्रद्धालुओं के टोकन पर मोहर लगाकर उनके लिए धामों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।
मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि 22 मई तक कुल 31,18,926 रजिस्ट्रेशन में से यमुनोत्री के लिए 4,86,285, गंगोत्री के लिए 5,54,656, केदारनाथ के लिए 10,37,700, बद्रीनाथ के लिए 9,55,858 और हेमकुंड साहिब के लिए 84,427 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। इस वर्ष 2024 में यमुनोत्री में 1,38,537 श्रद्धालुओं ने यात्रा सीजन के पहले 10 दिनों में दर्शन किए, जो कि गत 2 वर्षों से 127 प्रतिशत अधिक है। गंगोत्री धाम में पहले दस दिनों में 1,28,777 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जो कि गत 2 वर्षों से 89 प्रतिशत अधिक है। केदारनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 3,19,193 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जो कि गत 2 वर्षों से 156 प्रतिशत अधिक है। बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 1,39,656 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जो कि गत 2 वर्षों से 27 प्रतिशत अधिक है।
परिवहन विभाग की विशेष पहल
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जानकारी दी कि इस वर्ष चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन हेतु परिवहन विभाग ने वाहन चालकों की कैपिसिटी बिल्डिंग और मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है। यात्रा रूट के मुख्य प्रवेश स्थलों पर चार हाईटेक चेक पोस्ट बनाए गए हैं। सोनप्रयाग और गौरीकुंड मार्ग पर शटल सर्विस की व्यवस्था की गई है। ऑनलाइन व्यवस्था द्वारा ग्रीन कार्ड की व्यवस्था की गई है और अब तक 23,063 ग्रीन कार्ड जारी किए गए हैं। टूरिज्म पोर्टल पर पंजीकृत यात्रियों को ट्रिप कार्ड जारी किए जा रहे हैं।
पुलिस विभाग के प्रयास
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा इस वर्ष यात्रा रूट पर 56 टूरिज्म पुलिस सपोर्ट सेंटर खोले गए हैं। यात्रा पर निगरानी हेतु 850 सीसीटीवी कैमरा और 8 ड्रोन लगाए गए हैं। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1,495 वाहनों की क्षमता वाले 20 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। पार्किंग मैनेजमेंट हेतु क्यूआर कोड बेस्ड सिस्टम शुरू किया गया है। यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा मार्ग पर वाहनों की नियंत्रित आवाजाही हेतु 3-4 हॉल्डिंग प्वाइंट्स बनाए गए हैं। केदारनाथ रूट पर बेहतरीन ट्रैफिक मैनेजमेंट हेतु सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। ट्रैक रूट की सफाई हेतु 657 पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है।
स्वास्थ्य विभाग भी प्रो एक्टिव
इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी विशेष प्रयासों के तहत 12 मुख्य लोकेशन पर 50 स्क्रीनिंग कियोस्क लगाए गए हैं। स्वास्थ्य मित्र, जो कि फर्स्ट मेडिकल रिस्पॉन्डर्स हैं, की तैनाती भी यात्रा मार्ग पर की गई है। यात्रा रूट पर 156 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। 8 ब्लड बैंक और 2 स्टोरेज यूनिट भी उपलब्ध कराए गए हैं। 49 स्थायी स्वास्थ्य सुविधाएं और 26 मेडिकल रिलीफ पोस्ट स्थापित की गई हैं। यात्रा मार्ग पर 22 स्पेशलिस्ट, 179 मेडिकल ऑफिसर्स और 299 पैरामेडिकल स्टाफ की भी तैनाती की गई है।
केंद्रीय गृह सचिव ने उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के सफल संचालन हेतु केंद्र से हर संभव सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगौली, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर और अरविन्द सिंह हयांकी भी मौजूद रहे।
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