अफगानिस्तान में बाढ़ ने एक बार फिर से कहर बरपाया है। एक सप्ताह में दूसरी बार आई विनाशकारी बाढ़ ने 66 जिंदगियों को निगल लिया। इस बार अफगानिस्तान के फरयाब प्रांत में अचानक से बाढ़ आ गई। कम से कम पांच लोग बुरी तरह से घायल बताए जा रहे हैं।
इस खबर की पुष्टि करते हुए फरयाब प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता असमतुल्लाह मुरादी ने एक बयान में कहा कि 66 लोगों की मौत हुई है साथ ही करीब 1500 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं औऱ 1000 एकड़ से भी अधिक कृषि योग्य भूमि भी नष्ट हो गई है। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में पशुओं की भी मौत हुई है। इससे पहले फरयाब प्रांत के घोर में भी बाढ़ के कारण कम से कम 50 लोगों की मौत हुई थी।
अफगानिस्तान में हालिया बाढ़ से अब तक 540 मौतें
संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान में भीषण बाढ़ को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें वैश्विक निकाय ने इस बात की पुष्टि की है कि अफगानिस्तान में हाल ही में आई बाढ़ के कारण 540 लोगों की मौत हो गई। जबकि, 3000 से अधिक घर नष्ट हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे अधिक विनाशकारी बाढ़ एक सप्ताह पहले देश के बगलान प्रांत में आई थी, जिसमें 300 लोगों की मौत हो गई थी।
विनाशकारी बाढ़ों को लेकर अफगानिस्तान के लोगों ने इस्लामिक अमाराती देशों में किसी भी तरह की मदद नहीं करने का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि कोई भी मुस्लिम देश उनकी मदद करने नहीं आया।
अफगानिस्तान में बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर कृषि योग्य भूमि बाढ़ के कारण दलदली हो गई है। देश की 80 फीसदी आबादी पूरी तरह से कृषि पर निर्भर है। विशेषज्ञों का कहना है कि अफगानिस्तान में लंबे समय से सूखा था, लेकिन अब अचानक से इतनी भयानक बाढ़ आ गई है। खास बात ये है कि अफगानिस्तान जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए सबसे कम तैयार देशों में से एक है।
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