खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे का प्रमुख कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के चुनाव लडऩे के कार्यक्रम को चुनाव आयोग से हरी झण्डी मिल गई है। चुनाव आयोग ने उसका नामांकन स्वीकार कर लिया है। इस समय अमृतपाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। वह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहा है। अजनाला के थाने पर कब्जा करने पर पंजाब पुलिस से कई दिनों तक बचने के बाद उसे पिछले साल 23 अप्रैल को मोगा जिले से गिरफ्तार किया गया था।
अमृतपाल ने अपने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में एक सिविल रिट याचिका दायर कर पैरोल की मांग की थी। उसके वकील, राजविंदर सिंह बैंस ने कहा था कि जेल अधीक्षक और अन्य अधिकारियों का सहयोग महत्वपूर्ण है क्योंकि अमृतपाल जेल से चुनाव लड़ रहा है। इसलिए, हमने किसी भी बाधा को रोकने के लिए यह याचिका दायर की। हमने उसके लिए पैरोल की मांग की है ताकि सभी औपचारिकताएं आसानी से पूरी की जा सकें।
अमृतपाल सिंह ने अपने चुनावी हलफनामे मे 1,000 रुपये की संपत्ति घोषित की है। सिंह ने गुरुवार को असम की डिब्रूगढ़ जेल में अपना नामांकन पत्र भरा था। उसके चुनावी हलफनामे के अनुसार, सिंह के पास अमृतसर में एसबीआई शाखा, रय्या, बाबा बकाला में 1,000 रुपये का बैंक बैलेंस है। उसके हलफनामे के मुताबिक, इसके अलावा सिंह के पास कोई चल या अचल संपत्ति नहीं है। उसकी पत्नी किरणदीप कौर के पास 18.37 लाख रुपये की चल संपत्ति है। इसमें 20,000 रुपये नकद, 14 लाख रुपये के सोने के आभूषण और 4,17,440 रुपये के बराबर 4,000 जीबीपी (पाउंड) शामिल हैं, जो रेवोल्यूट लिमिटेड, लंदन, यूके में खाते में हैं। सिंह को माता-पिता पर निर्भर दिखाया गया है जबकि उसकी पत्नी ब्रिटिश नागरिक हैं। हलफनामे के अनुसार, वह पहले यूके में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में भाषा दुभाषिया के रूप में काम करती थीं, लेकिन अब एक गृहिणी हैं। बता दें कि खडूर साहिब पंजाब की पंथक राजनीति की धुरी मानी जाती है।
टिप्पणियाँ