भारत अपने पड़ोसी देशों के लिए कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इस्लामी देश बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद के ताजा बयान से हो जाता है। हसन बांग्लादेश में कट्टरपंथी जमातों द्वारा चलाए जा रहे ‘बायकाट इंडिया’ मुहिम की धज्जियां उड़ा दीं। उन्होंने कहा कि भारत की मदद के बिना बांग्लादेश आगे बढ़ ही नहीं सकता है।
बांग्लादेश में मजहबी कट्टरपंथी जमातों द्वारा प्रमुख रूप से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर चीन की कथित शह पर चलाई जा रही मुहिम ‘बायकाट इंडिया’ का कोई समझदार व्यक्ति समर्थन नहीं कर रहा है। सरकार के कई महत्वपूर्ण लोग इस नफरती मुहिम के विरुद्ध आवाज उठा चुके हैं।
लेकिन बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद का इस अभियान के खिलाफ खुलकर खड़े होना मायने रखता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भारत का सहयोग न मिले तो बांग्लादेश प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के लिए भारत के साथ मधुर रिश्ते बनाए रखने बेहद जरूरी हैं।
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पड़ोसी देश के विशेषज्ञों का कहना है कि इस ‘बायकाट इंडिया’ मुहिम के पीछे पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता। उनकी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) इस मुहिम को हवा दे रही है। विदेश मंत्री महमूद भी मानते हैं कि सब बीएनपी का किया—धरा है। दरअसल घरेलू बाजार में दिक्कतें पैदा करने के साथ ही बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को डगमगाने की दृष्टि से ऐसा किया जा रहा है। कुछ जानकार मानते हैं कि संभवत: इसके पीछे कम्युनिस्ट चीन की साजिश हो कि कैसे भी इस बाजार से भारत के उत्पादों को हटा दे और बाजार पर अपना शिकंजा जमा ले।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग के संयुक्त महासचिव की भी जिम्मेदारी संभाले हैं। हसन ने सोशल मीडिया पर भारत के सामानों के बहिष्कार की कुछ लोगों द्वारा चलाई जा रही मुहिम की तीखे शब्दों में भर्त्सना की है। उन्होंने कहा कि यह मुहिम नाकाम हो चुका है, इसकी हवा निकल चुकी है। हसन ने यह भी कहा कि अगर हमें देश को आगे ले जाना है तो उसके लिए पड़ोसी देश भारत के साथ संबंधों को मधुर बनाए रखना होगा।
यहां यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि पाकिस्तान जैसे आतंकवाद के पोषक देश को छोड़कर भारत के अपने सभी पड़ोसी देशों से संबंध न सिर्फ मधुर हैं बल्कि एक दूसरे के सहयोग के लिए तत्परता दिखाने वाले हैं। इन पड़ोसी देशों की सरकारें भारत सरकार के साथ सक्रिय संपर्क रखते हुए, परस्पर हित के संबंध में चर्चारत रहती हैं।
बांग्लादेश में ‘बायकाट इंडिया’ के प्रसारक तत्वों को खुलकर सुनाते हुए हसन महमूद कहते हैं कि भारत जैसे पड़ोसी देश के साथ संबंध मधुर बनाए रखे बिना बांग्लादेश में शांति तथा स्थिरता कायम रखने में मुश्किल खड़ी हो जाएगी। इस ‘बायकाट इंडिया’ मुहिम के माध्यम से बांग्लादेश के आम जन से यह अपील की गई है कि भारत में बनी चीजों का बहिष्कार करें। हसन कहते हैं कि कट्टरपंथी तत्वों की इस मुहिम का समर्थन करने वाले उंगलियों पर गिने जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के साथ संबंधों को पहले से और निखारा है। प्रधानमंत्री मोदी का भी उन्हें हर प्रकार से सहयोग मिलता रहा है।
पड़ोसी देश के विशेषज्ञों का कहना है कि इस ‘बायकाट इंडिया’ मुहिम के पीछे पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता। उनकी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) इस मुहिम को हवा दे रही है। विदेश मंत्री महमूद भी मानते हैं कि सब बीएनपी का किया—धरा है। दरअसल घरेलू बाजार में दिक्कतें पैदा करने के साथ ही बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को डगमगाने की दृष्टि से ऐसा किया जा रहा है। कुछ जानकार मानते हैं कि संभवत: इसके पीछे कम्युनिस्ट चीन की साजिश हो कि कैसे भी इस बाजार से भारत के उत्पादों को हटा दे और बाजार पर अपना शिकंजा जमा ले।
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