यूक्रेन के साथ दो साल से भी लंबे वक्त से चल रहे युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मिलिट्री कमांड में बड़ा फेरबदल किया है। उन्होंने अपने लंबे वक्त से सहयोगी रहे सर्गेई शोइगू को रक्षा मंत्री के पद से हटा दिया है। उनकी जगह अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ रहे आंद्रेई बेलौसोव को रूस का नया रक्षा मंत्री बनाया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अब सर्गेई शोइगू को रूस की शक्तिशाली सुरक्षा परिषद का प्रमुख बनाया गया है। अब तक इस पद पर रूस के पूर्व जासूस और पुतिन के सबसे अधिक करीबी सलाहकारों में एक निकोलाई पेत्रुशेव थे। हाल ही में पुतिन ने अपने पांचवे कार्यकाल की शपथ लेने के बाद इसको लेकर ऐलान भी किया था।
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कौन हैं रूस के नए रक्षा मंत्री
द गॉर्जियन के मुताबिक, रूस के नए रक्षा मंत्री बनाए गए बेलौसोव पेशे से एक इकोनोमिस्ट हैं। उन्होंने वर्ष 1081 में मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री ली। युवावस्था के दौरान उन्होंने सैम्बो और कराटे भी सीखा था। हालांकि, वह किसी आर्म्ड फोर्सेज में काम नहीं किए। इसके अलावा बेलौसोव ने साल 2000 रूसी प्रधानमंत्री के नॉन स्टाफ एडवाइजर बने और 6 साल तक इस पद पर रहने के बाद वो उप मंत्री के तौर पर अर्थव्यवस्था मंत्रालय में शामिल हो गए। बेलौसोव ने 2020 से देश के उप प्रधानमंत्री के तौर पर भी कार्य किया है। साथ ही वह राष्ट्रपति के सलाहकार भी रहे।
सैन्य उत्पादन में बढ़ा खर्च शोइगू के हटने की वजह
यूक्रेन से युद्ध के बीच सर्गेई शोइगू ने रक्षा मंत्रित्व काल में बीते दो वर्षों में रूस का रक्षा खर्च 7.5 प्रतिशत तक बढ़ गया है। सर्गेई शोइगू के साथ काम कर चुके एक अधिकारी ने बताया कि क्रेमलिन चाहता है कि रक्षा मंत्रालय की कमान एक अर्थशास्त्री के हाथों में दी जाए, जिसे ये पता हो कि संचानल को किस तरह से सुव्यवस्थित किया जाए।
भ्रष्टाचार भी बड़ी वजह
दरअसल, पूर्व रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु अपने कार्यकाल में रूसी सेना में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने में नाकामयाब रहे थे। जिसको लेकर उनकी तीखी आलोचना होती रही है। खास बात ये है कि पिछली गर्मियों के दौरान येवगिनी प्रिगोजिन ने जब मॉस्को कूच का ऐलान किया था, तब भी उसने सर्गेई शोइगू को हटाने की मांग की थी। उल्लेखनीय है कि शोइगू 2012 से रूस के रक्षा मंत्री थे।
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