इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के खिलाफ अमेरिका के विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन के समर्थकों का विरोध प्रदर्शन अब कॉलेज कैम्पस से बाहर सड़कों पर आ गया है। ऐसा ही एक नजारा मैनहट्टन की सड़कों पर देखने को मिला जब फिलिस्तीन के समर्थकों ने हमास के समर्थन में सड़कों को ब्लॉक कर दिया।
NOW: Hundreds of protestors arrested after crossing the Manhattan Bridge.
NYPD met them from the other side and loaded them into corrections busses. pic.twitter.com/urHd0xJHJk
— Peter Hambrecht (@peterhvideo) May 11, 2024
सैकड़ों की संख्या प्रदर्शनकारियों ने मैनहट्टन में सड़कों को बंद करने के बाद न्यूयॉर्क में उसी तरह के पैटर्न का इस्तेमाल करते हुए सड़कों को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद पुलिस ने सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों को जब पुलिसवालों ने बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों को धकेलते हुए बैरिकेड्स को तोड़ दिया।
बाद में पुलिस ने कथित तौर पर इन सभी को अरेस्ट कर लिया। हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर पुलिस की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
इजरायली स्वतंत्रता दिवस से पहले हो रहा यह विरोध
गौरतलब है कि इसी सप्ताह इजरायल का स्वतंत्रता दिवस है। लेकिन फिलिस्तीनी इसे ‘नकबा’ कहते हैं, अरबी में इसे तबाही कहा जाता है। इस बीच फिलिस्तीनी समर्थकों ने इजरायल के खिलाफ न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में फिलिस्तीनी झंडे लहराते हुए केफियेह स्कॉर्फ पहनकर मार्च किया। प्रदर्शनों के दौरान देखा गया कि कुछ प्रदर्शनकारी अपने हाथों में पोस्टर और बैनर ले रखे थे, जिनमें स्पष्ट लिखा था, “कभी न ख़त्म होने वाला नकबा, कभी न झुकने वाला इंतिफ़ादा”, जो 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में और फिर 2000 के दशक की शुरुआत में इज़रायली नागरिकों के खिलाफ घातक फ़िलिस्तीनी आतंकवादी हमलों की अवधि का संदर्भ है।
स्पेन में 4000 फिलिस्तीनी समर्थक सड़कों पर उतरे
इस बीच स्पेन के मैड्रिड में भी गाजा युद्ध में इजरायल के खिलाफ करीब 4000 फिलिस्तीनी समर्थक सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में बैनर लिए हुए थे, जिसमें गाजा में नरसंहार के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। इसके साथ ही फिलिस्तीनियों की सराहना की गई थी।
करीब 30 संगठनों ने इजरायल विरोधी रैली का आयोजन किया था। स्पैनिश छात्रों ने हाल के दिनों में मैड्रिड, बार्सिलोना और वालेंसिया के विश्वविद्यालयों में धरना और विरोध शिविर लगाए हैं।
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