’26 साल पहले आज ही के दिन अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। हमने देश को ये दिखाने का काम किया था कि देशभक्ति से ओतप्रोत सरकार देश के लोगों की आशा और उनकी अपेक्षाओं के लिए कैसे काम किया था।’ यह कहना है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का। वह लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आज ओडिशा के कंधमाल में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। उस दौरान उन्होंने ये बात कही।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा से भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय है। क्योंकि राज्य की भाजपा उड़िया भाषा और उसकी संस्कृति को महत्व देती है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने जगन्नाथ मंदिर को लेकर कहा कि करीब 70 साल पहले श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन के लिए बनाए गए नियमों में ये तय किया था कि मंदिर के सोना-चांदी, कीमती पत्थरों, उसकी चल और अचल संपत्तियों का एक डाटा मेंटेन किया जाएगा, लेकिन आखिरी बार 45 साल पहले रत्न भंडार का मूल्यांकन किया गया था।
पोखरण के बहाने कांग्रेस पर निशाना इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोखरण परमाणु परीक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि एक वो दिन था जब भारत ने दुनिया को अपनी ताकत दिखाई थी। जबकि, दूसरी ओर कांग्रेस बार-बार पाकिस्तान का नाम लेकर डराने की कोशिश करती है और कहती है कि उसके पास परमाणु बम है। पीएम मोदी का इशारा कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की तरफ था।
दरअसल, अय्यर ने पाकिस्तान का नाम लेकर भारत को डराने की कोशिश करते हुए कहा था कि भारत को उसकी इज्जत करनी चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु बम हैं। अगर भारत उसकी इज्जत नहीं करेगा तो पाकिस्तान परमाणु हमले कर सकता है।
इस बीच प्रधानमंत्री कांग्रेस के पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ सॉफ्ट रवैये पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इसी नीति के कारण बीते 60 साल से कश्मीर के लोगों को आतंक का दंश झेलना पड़ा, इसी रवैये के कारण देश ने आतंकी हमले सहे। बावजूद इसके कांग्रेस आतंक के सरपरस्तों पर कार्रवाई करने से बचती रही। क्योंकि उसे अपना वोटबैंक खोने का डर सता रहा था।
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