कभी भगवान राम के अस्तित्व को नकारने वाले कांग्रेसी अब भगवान श्रीकृष्ण के लिए भी अपशब्द बोल रहे हैं। पिछले दिनों पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक सरकार में मंत्री आर.बी. थिम्मापुर ने कहा, ‘‘महिलाएं भगवान श्रीकृष्ण का अनुसरण श्रद्धा और विश्वास से करती थीं, लेकिन रेवन्ना उनके रिकॉर्ड को तोड़ना चाहता था।’’
थिम्मापुर उन रेवन्ना की बात कर रहे थे, जिन पर महिलाओं के यौन शोषण का आरोप लगा है। दावा किया जा रहा है कि रेवन्ना के ऐसे कामों के लगभग 3,000 वीडियो हैं। 26 अप्रैल को जैसे ही इन वीडियो की जानकारी सामने आई, वैसे ही कर्नाटक सरकार ने इसकी जांच के लिए एक एस.आई.टी. का गठन कर दिया। इस बीच प्रज्ज्वल रेवन्ना जर्मनी चले गए। प्रज्ज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेकुलर) के सर्वेसर्वा एच.डी. देवगौड़ा के पोते और हासन से लोकसभा सदस्य हैं।
इस बार भी वे वहां से चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनाव में जनता दल (सेकुलर) भाजपा के साथ है। इसलिए कांग्रेस नेता भाजपा और यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं। इन अरोपों को नकारते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि भाजपा देश की मातृशक्ति के साथ है। देश को नरेंद्र मोदी जी का वचन है कि कहीं भी मातृशक्ति के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले पर राज्य सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन सवाल उठता है कि अभी तक राज्य सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की?
खड़गे की खराब बातें
अभी हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जांजगीर (छत्तीसगढ़) में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘शिव राम का मुकाबला कर लेंगे।’’ दरअसल, जांजगीर से कांग्रेस ने शिव कुमार नामक एक नेता को चुनाव मैदान में उतारा है। खड़गे ने उन्हीं नेता के नाम को लेकर ऐसा बयान दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खड़गे की आलोचना की है।
वहीं इस मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘प्रज्ज्वल रेवन्ना को किसी तरह की राजनीतिक मंजूरी लेने की आवश्यकता नहीं थी और न ही विदेश मंत्रालय से ऐसी मंजूरी की मांग की गई थी।’’ उन्होंने यह भी कहा ‘‘डिप्लोमैटिक पासपोर्ट रखने वालों को वीजा लेने की भी जरूरत नहीं पड़ÞÞती है। जहां तक डिप्लोमैटिक पासपोर्ट के रद्द करवाने की बात है, यह न्यायालय से आदेश मिलने के बाद किया जाता है।’’
हालांकि प्रज्ज्वल रेवन्ना के बारे में जो वीडियो सामने आए हैं, वे बता रहे हैं कि उनका अपराध बहुत बड़ा है। इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए और यदि वे दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें कड़ी से कड़ी सजा भी मिलनी चाहिए। लेकिन किसी की ऐसी हरकतों की आड़ में देवी-देवताओं का अपमान नहीं किया जाना चाहिए। ऐसी ओछी बातों को हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।
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