उत्तर प्रदेश के बरेली से घर वापसी का मामला प्रकाश में आया हैं, जहां एक मुस्लिम युवती ने सनातन धर्म को अपना लिया है। इसके साथ ही उसने अपने हिन्दू प्रेमी के साथ सात फेरे लिए।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि ये मामला नवाबगंज के रिचोला इलाके का है। युवती इसी इलाके की रहने वाली है। उसकी दोस्ती हफीजगंज के रहने वाले आकाश के साथ थी। करीब 7 वर्ष पहले दोनों की मुलाकात सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर हुई थी। इसके बाद धीरे-धीरे जान-पहचान बढ़ी। साइना बी और आकाश के बीच दोस्ती हो गई और वक्त के साथ ये दोस्ती प्रेम में बदल गई। लेकिन, दिक्कत संवाद में हो रही थी। क्योंकि साइना के पास मोबाइल नहीं था। इसीलिए आकाश ने साइना को एक मोबाइल भी गिफ्ट किया था। पिछले सात वर्षों से दोनों एक-दूसरे के साथ रिलेशनशिप में थे।
इस बीच एक दिन आकाश ने साइना को शादी के लिए प्रपोज किया और उसने एक्सेप्ट कर लिया। इस बीच मौका देखकर एक दिन आकाश के साथ अपना नया जीवन शुरू करने के लिए साइना ने अपना घर-बार सब छोड़ दिया। इसके बाद दोनों बरेली में ही एक आश्रम में गए, जहां शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। उससे पहले साइना को गंगाजल और गौमूत्र पिलाकर उसकी शुद्धि की गई। इसके बाद वैदिक विधि-विधान से उन्होंने पूजा की।
घर वापसी और शादी के बाद साइना ने अपना नाम बदलकर सोनी रख लिया है। साइना के इस फैसले से इस्लामिक कट्टरपंथी मानसिकता से सने उसके परिजन उन दोनों को लगातार हत्या की धमकियां दे रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए जिले के एसएसपी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
सनातन धर्म में जिंदगी जीने की है आजादी
साइना ने घर वापसी को लेकर कहा है कि उसने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म इसलिए अपनाया, क्योंकि इस धर्म में महिलाओं का सम्मान किया जाता है और यहां महिलाओं को खुलकर जीने की आजादी मिलती है। सोनी का कहना है कि बुर्के के अंदर उसे एक घुटन सी महसूस हो रही थी।
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