लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पंजाब में अपनी ताकत झोंक रही है। लेकिन उसका पुराना पाप (सिख दंगा) बार-बार उसके आड़े आ जाता है। ऐसा ही बुधवार को उस वक्त हुआ जब लुधियाना से कांग्रेस के उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने अपना रोड शो निकाला। इस दौरान 1984 सिख दंगे के पीड़ितों ने उन्हें काले झंडे दिखाए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का काफिला लुधियाना में आरती चौक से गुजरा तो काफी तादाद में दंगा पीडि़त काले झंडे व कपड़े लहराते हुए अचानक सडक़ के बीच आ गए। पुलिस को भी शायद इसकी भनक नहीं थी, लिहाजा अफरा-तफरी के माहौल में पुरुष पुलिस मुलाजिम ही महिला प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलते नजर आए।
रोष मुजाहरे के दौरान दंगा पीडि़तों ने खूनी पंजा हाय-हाय जैसे नारे लगा कांग्रेस उम्मीदवार का विरोध किया। उनकी अगुवाई कर रहे दलजीत सिंह ने रोष जताते इलजाम लगाया कि 1984 में सिख विरोधी दंगे कराने वाली कांग्रेस ही थी। लिहाजा कांग्रेस को वोट डालने वाले पंजाब और पंजाबियत के विरोधी साबित होंगे।
टिप्पणियाँ