हरियाणा । नूंह जिले से एक अजीबों-गरीब मामला देखने को मिला है. यहाँ एक मुस्लिम महिला ने अपने शौहर की मृत्यु के बाद घर से भागकर दूसरे व्यक्ति से निकाह कर लिया। यह मामला चौंकाने वाला इसलिए भी है क्योंकि महिला सात बच्चों की मां है, और जिस व्यक्ति से उसने शादी की, वह भी पांच बच्चों का पिता है। दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं और उन्होंने पूरी तरह से मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार निकाह किया है।
शादी के बाद, दोनों ने अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस से सहायता मांगी और कुछ समय तक पुलिस प्रोटेक्शन होम में रहे। जब मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा, तो कोर्ट ने कहा कि वे अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित हो सकते हैं, लेकिन उन्हें यह भी सोचना चाहिए कि उनके बच्चों का भविष्य क्या होगा। कोर्ट ने इस मामले में जनसंख्या के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर आप जनसंख्या पर विचार नहीं करना चाहते, तो कम से कम बच्चों के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान महिला और उसके शौहर के वकील नफीस अहमद ने कहा कि उन दोनों की जान को खतरा है। इसके बाद जज ने कहा कि दोनों के पहली शादी से कुल 12 बच्चे हैं। महिला सात बच्चों की मां है और पुरुष पांच बच्चों का पिता है। अब जब दोनों की शादी हो चुकी है तो और भी बच्चे पैदा होंगे। देश की जनसंख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि उन्हें इसकी परवाह नहीं है। कम से कम उन दोनों (महिला- प्रेमी) को अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
इतना कहने के बाद हाई कोर्ट ने दोनों पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाया। बाद में दोनों ही प्रेमी जोड़ों ने आर्थिक स्थिति ठीक ना होने का रोना रोते हुए माफी की मांग की। फिलहाल, हाई कोर्ट ने जुर्माना माफ कर दिया है।
हाईकोर्ट का बयान इस बात का संकेत है कि समाज में जनसंख्या नियंत्रण और बच्चों के भविष्य के मुद्दे पर चिंता बढ़ रही है। साथ ही, यह इस बात पर भी रोशनी डालता है कि जब लोग अपने व्यक्तिगत फैसले लेते हैं, तो उनका परिवार और समाज किस तरह से प्रभावित होता हैं।
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