पाकिस्तान की शर्मनाक करतूत, गुरुद्वारा पंजा साहिब में जूते व टोपी समेत घुसे अधिकारी और सुरक्षा कर्मी
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पाकिस्तान की शर्मनाक करतूत, गुरुद्वारा पंजा साहिब में जूते व टोपी समेत घुसे अधिकारी और सुरक्षा कर्मी

पाकिस्तान के हसन अब्दाल में प्रतिष्ठित गुरुद्वारा पंजा साहिब में ब्रिटिश उच्चायोग कार्यालय के प्रमुख क्लारा स्ट्रैंडोज के साथ सशस्त्र सुरक्षाकर्मी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी परिसर के भीतर जूते और टोपी पहनकर पहुंचे।

by राकेश सैन
Apr 29, 2024, 11:38 am IST
in विश्व
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के लिए नरक के रूप में जाना जाता है। यहां जब अल्पसंख्यकों की जान की ही चिन्ता नहीं तो उनकी आस्था का सम्मान तो दूर की कौड़ी ही लगती है। पंजाब केसरी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अभी हाल ही में पाकिस्तान के हसन अब्दाल में प्रतिष्ठित गुरुद्वारा पंजा साहिब में हुई, जहां लाहौर में ब्रिटिश उच्चायोग कार्यालय के प्रमुख क्लारा स्ट्रैंडोज के साथ सशस्त्र सुरक्षाकर्मी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी परिसर के भीतर जूते और टोपी पहनकर पहुंच गए। यह सिर्फ एक छोटी सी चूक नहीं है, बल्कि सिख सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है, जो गुरुद्वारे में सम्मान के संकेत के रूप में जूते उतारने और सिर ढकने का निर्देश देते हैं।

यही नहीं पाकिस्तानी पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज़ की छवि को पहले सिख गुरु नानक देव जी से भी बड़ा दर्शाया गया। एक सिख पूजा स्थल में एक धार्मिक नेता के ऊपर एक राजनीतिक व्यक्ति को रखने का यह कृत्य आस्था के अनुयायियों के लिए बेहद अपमानजनक है। यह व्यवहार के एक परेशान करने वाले पैटर्न को रेखांकित करता है जो धार्मिक पवित्रता पर राजनीतिक कल्पना को प्राथमिकता देता है। इसके अलावा जख्मों पर नमक छि़ड़कते हुए पीटीआई के सदस्य और ओवरसीज पाकिस्तान सॉलिडैरिटी के पूर्व अध्यक्ष आसिफ खान को भी अपनी यात्रा के दौरान श्री पीर पांजा साहब के अंदर जूते पहने देखा गया। दूसरों के साथ-साथ उनके कार्य, श्रद्धालु उपस्थित लोगों द्वारा दिखाए गए नंगे पांव श्रद्धा के बिल्कुल विपरीत हैं, जो गुरुद्वारे की पवित्रता के प्रति उपेक्षा को उजागर करते हैं।

ये मुद्दे अनादर के व्यक्तिगत कृत्यों से परे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड सिख तीर्थस्थलों के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने वाली संस्थाओं ने सिख शिष्टाचार और धार्मिक मर्यादा की बुनियादी बातों की अनदेखी की है। वैसाखी उत्सव के दौरान, स्वयंसेवकों और आगंतुकों को उचित सिर ढंके बिना गुरुद्वारे के अंदर देखा गया, और कुछ ने लंगर भी कुर्सियों पर बैठकर और सिर पर स्कार्फ के बिना खाना खाया जबकि ये दोनों प्रथाएं पारंपरिक रीति-रिवाजों का उल्लंघन करती हैं जो बढ़ावा देती हैं सभी प्रतिभागियों के बीच समानता और सम्मान।

ये घटनाएं केवल छिटपुट त्रुटियां नहीं हैं, बल्कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक धार्मिक अधिकारों और स्वतंत्रता से निपटने के एक प्रणालीगत मुद्दे की ओर इशारा करती हैं। वे एक ऐसे देश की तस्वीर पेश करते हैं, जो बाहरी तौर पर भव्य समारोहों के माध्यम से अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति अपनी झूठी देखभाल का प्रदर्शन करता है, लेकिन आंतरिक रूप से उनकी धार्मिक भावनाओं और प्रथाओं के प्रति गंभीर उदासीनता रखता है। कोई भी खालिस्तान अलगाववादियों के चयनात्मक आक्रोश के बारे में आश्चर्यचकित नहीं हो सकता है, जो भारतीय अधिकारियों द्वारा किसी भी मामूली सी बात पर तुरंत ईशनिंदा की घोषणा कर देते हैं और संप्रभुता की मांग करते हैं, लेकिन पाकिस्तान में इन मुद्दों पर स्पष्ट रूप से चुप रहते हैं। क्या उनकी चुप्पी किसी चयनात्मक एजेंडे या किसी सांठगांठ का संकेत है जो उनके अपने पवित्र स्थलों के अपमान को नजरअंदाज करता है? फिलहाल इस मुद्दे पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर व अकाल तख्त साहिब की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

 

Topics: Sikh HeritageVaisakhiअनादरसिख विरासतपाकिस्तानवैसाखीPakistaninternational newsअंतर्राष्ट्रीय समाचारGurdwara Panja Sahibगुरुद्वारा पंजा साहिबDisrespect
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और जनरल असीम मुनीर: पाकिस्तान एक बार फिर सत्ता संघर्ष के उस मोड़ पर खड़ा है, जहां लोकतंत्र और सैन्य तानाशाही के बीच संघर्ष निर्णायक हो सकता है

जिन्ना के देश में तेज हुई कुर्सी की मारामारी, क्या जनरल Munir शाहबाज सरकार का तख्तापलट करने वाले हैं!

प्रतीकात्मक तस्वीर

बलूचिस्तान में हमला: बस यात्रियों को उतारकर 9 लोगों की बेरहमी से हत्या

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies