देहरादून: उत्तराखंड के पहाड़ों में जंगल इस वक्त आग की चपेट में है, भीषण गर्मी और पानी के स्त्रोत सूखने की वजह से कई स्थानों पर आग बेकाबू भी हो रही है। वन विभाग के मुख्यालय में रोजाना 55 से 60 घटनाएं जंगल आग की दर्ज की जा रही है।
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आग को काबू करने के मानवीय प्रयास कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। पहाड़ों में तेज गर्मी के बाद अक्सर बारिश होने के कारण आग को बुझाने में मदद मिलती है। इसी बीच मौसम विभाग ने उधम सिंह नगर और हरिद्वार जिले को छोड़ कर पूरे उत्तराखंड में कल बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
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विभाग ने प्रदेश में 26 और 27 अप्रैल को बारिश होने के साथ साथ 35 किमी प्रतिघंटा तक तेज हवाएं चलने की चेतावनी भी जारी की है, यानी बारिश के साथ साथ आंधी चलने की भी चेतावनी जारी की गई है, जिस कारण आगे बुझने के साथ साथ पहाड़ी फलों को भी नुकसान पहुंचने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।
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अप्रैल माह में दो बार ऐसा हो चुका है जब बारिश और आंधी एक साथ आई और कई स्थानों पर पेड़ भी गिरे और आम,लीची आड़ू खुमानी की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद राज्य आपदा प्रबंधन विभाग भी सचेत हो गया है।
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गौरतलब है कि उत्तराखंड के जंगलों में आग की घटनाओं को लेकर हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी आपदा प्रबंध विभाग की मीटिंग ली थी।
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