ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीसी ने मशहूर उद्योगपति एलन मस्क को अक्खड़ अरबपति कहकर उन्हें खूब खरी—खोटी सुनाई है। सोश मीडिया प्लेटफार्म एक्स के स्वामी एलन मस्क को आस्ट्रेलिया सरकार ने गत दिनों चर्च में हुई चाकूबाजी की घटना का वीडियो हटाने का अनुरोध किया था। लेकिन एक्स के ऐसा न करने पर अल्बनीसी को क्रोध आ गया और उन्होंने मस्क को लेकर उक्त बात कह दी।
अल्बनीसी ने इसे के साथ ही यह भी कहा कि सोशल मीडिया चलाने वाली कंपनियों में जिम्मेदारी का भाव होना जरूरी है, लेकिन एलन मस्क उस हिंसक सामग्री को एक्स पर बनाए रखना चाहते हैं, आखिर वे इसके लिए जूझ क्यों रहे हैं।
एलन मस्क का आज उद्योग जगत में खासा नाम है। वे टेस्ला के मालिक हैं और सोशल मीडिया ट्विटर को भी अब एक्स के नाम से स्वामी के नाते चलाते हैं। गत दिनों मस्क ने ऑस्ट्रेलिया के न्यायाधीश जेफ्री केनेट के इस निर्णय के बाद ऑस्ट्रेलिया पर सेंसरशिप लागू करने का आरोप जड़ा था। न्यायाधीश का बस इतना कहना था सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स को सिडनी के चर्च में एक बिशप पर हुए चाकू से हमले का वीडियो दुनियाभर में प्रसारित नहीं करना चाहिए था।
लेकिन मस्क के ऐसा न करने पर प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को मस्क पर ऐसा क्रोध आया कि उन्हें एक अक्खड़ अरबपति कह दिया। अल्बनीसी ने यह भी कहा कि मस्क खुद को कानून से भी ऊपर मानते हैं। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया में सिडनी के एक चर्च के अंदर एक बिशप पर चाकू से लैस एक हमलावर ने हमला बोला था। इस घटना का वीडियो देखते ही देखते दुनिया भर में वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने से आस्ट्रेलिया में सामुदायिक तनाव होना ही था।
गत दिनों मस्क ने ऑस्ट्रेलिया के न्यायाधीश जेफ्री केनेट के इस निर्णय के बाद ऑस्ट्रेलिया पर सेंसरशिप लागू करने का आरोप जड़ा था। न्यायाधीश का बस इतना कहना था सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स को सिडनी के चर्च में एक बिशप पर हुए चाकू से हमले का वीडियो दुनियाभर में प्रसारित नहीं करना चाहिए था।
ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई की एक अदालत ने हमले पर अपनी टिप्पणी में कहा कि उससे जुड़ीं कुछ पोस्ट हटाना उचित रहेगा। इसके लिए जज ने आदेश भी जारी कर दिया। लेकिन ऐसा आदेश आने के बाद मस्क की ओर से सख्त प्रतिक्रिया आई। उन्होंने अदालत के ऐसे फैसले के संदर्भ में कहा कि ऑस्ट्रेलिया अपने यहां सेंसरशिप लागू कर रहा है।
मस्क ने आगे कहा कि वे प्रधानमंत्री अल्बनीसी को धन्यवाद देना चाहते हैं कि उन्होंने आम लोगों के सामने इस प्लेटफार्म का इकलौता सच्चा प्लेटफार्म बताया है। उधर न्यायाधीश जेफ्री केनेट ने एक्स के सभी उपभोक्ताओं द्वारा जारी हमले के उन दृश्यों को आज तक के लिए रोकने का आदेश दे ही दिया था। यह स्थायी प्रतिबंध था जिस पर आगे सुनवाई की जानी है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री इसी बात पर मस्क से नाराज हैं। अल्बनीसी ने इसी पर तंज करते हुए कहा था कि सोशल मीडिया चलाने वाली कंपनियों में जिम्मेदारी का भाव होना जरूरी है। लेकिन मस्क तो ऐसी हिंसक दृश्यों वाली सामग्री को प्लेटफार्म पर बनाए रखने के लिए जाने क्यों लड़ाई कर रहे हैं। अल्बनीसी यहां तक कह गए कि ऐसे अक्खड़ अरबपति को काबू करने के लिए जो आवश्यक होगा वह किया जाएगा।
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