लोकसभा चुनाव के इतिहास में शायद पहली बार गुजरात के सूरत में भाजपा के उम्मीदवार बिना चुनाव के निर्विरोध विजेता हुए हैं। सूरत में कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का फॉर्म रद्द किए जाने के बाद बाकी बचे अन्य आठ उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र वापस लिया और इस तरह भाजपा के मुकेश दलाल चुनाव से पहले ही सांसद बन चुके हैं।
गुजरात के सूरत में 2 दिन से चल रहे मेलोड्रामा का रविवार दोपहर को अंत हुआ और कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया। कांग्रेस के उम्मीदवार नीलेश कुम्भाणी के फॉर्म में उनके भांजे, बहनोई और बिजनेस पार्टनर के हस्ताक्षर गलत होने की वजह से फॉर्म रविवार दोपहर को रद कर दिया गया। इस घटना में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की गलती भी सामने आई है। उम्मीदवार निलेश कुम्भानी के फॉर्म में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बजाय उसके संबंधियों ने हस्ताक्षर किए थे, यह बात स्थानीय नेताओं की समझ से बाहर रह गई। इस घटना से गुजरात कांग्रेस की इज्जत धूल में मिल गई है। स्थानीय स्तर पर नेता और कार्यकर्ता गुस्से में है और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के सामने कार्यवाही करने की मांग भी कर रहे हैं। निलेश कंपनी का फॉर्म रद्द होने के बाद भाजपा के उम्मीदवार मुकेश दलाल के सामने निर्दलीय समेत छोटी पार्टी के आठ उम्मीदवार मैदान में थे। लेकिन अन्य सभी 8 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है और अब भाजपा के सूरत लोकसभा उमीदवार मुकेश दलाल बिना चुनाव के निर्विरोध सांसद बन गए हैं।
कांग्रेस की बात करें तो 73 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा की सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने चुनाव नहीं लड़ा। साल 1951 से लेकर साल 2019 तक 17 बार लोकसभा चुनाव आयोजित किये जा चुके हैं। 1951 से तमाम लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार रखती आई कांग्रेस पहली बार चुनाव के मैदान से बाहर हो गई है।
इस घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट तक जाएगी। भाजपा के विजय की खबर के बीच हारी हुई कांग्रेस ने चुनाव आयोग की शरण ली है और सूरत लोकसभा चुनाव के नतीजों को खारिज करने की मांग चुनाव आयोग समक्ष की है।
वहीं दूसरी और सूरत कलेक्टर सौरभ पारघि ने मुकेश दलाल को सांसद पद पर विजेता होने का सर्टिफिकेट प्रदान किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने भी मुकेश दलाल को बधाई दी। इस अवसर पर सी आर पाटिल ने ट्वीट किया कि, “सूरत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पहला कमल अर्पण किया’। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने भी इस अवसर पर मुकेश दलाल को बधाई दी।
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