लोकसभा चुनाव-2024 के लिए बड़े ही जोरों शोरों से प्रचार चल रहा है। इसी क्रम में सोमवार 22 अप्रैल को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस को राम विरोधी और सनातन धर्म विरोधी करार दिया। इसके साथ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ये वही पार्टी है, जिसने बकायदा सुप्रीम कोर्ट में राम सेतु के मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए हलफनामा दायर किया था।
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नड्डा छत्तीसगढ़ के मुंगेली में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के लिए आए थे। इसी दौरान उन्होंने यह बात कही। उन्होंने सवाल किया, “क्या यूपीए सरकार में कांग्रेस पार्टी नहीं थी, क्या मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं थे? क्या सोनिया गांधी (कांग्रेस की) अध्यक्ष नहीं थीं, जब आपने (कांग्रेस) कोर्ट में कहा था कि श्री राम एक काल्पनिक व्यक्ति हैं? श्री राम का कोई ऐतिहासिक वजूद नहीं है। आपने इसके लिए कोर्ट में हलफनामा दिया है ‘सेतु’ के मुद्दे पर भारत का रुख क्या यह सही नहीं है कि कोर्ट में आपके वकील ने फैसले की तारीख आगे बढ़ाने की बात कही है क्योंकि अगर फैसला आएगा तो इससे बीजेपी को फायदा होगा?”
भाजपा अध्यक्ष ने कहते हैं कि हमेशा से लटकाने, भटकाने और अटकाने का काम कांग्रेस ने किया है। नड्डा ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को ठुकराने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि राम मंदिर के न्यास ने उन्हें (कांग्रेस) प्राण प्रतिष्ठा का न्योता भेजा था। लेकिन इन लोगों ने उसे ठुकरा दिया। ऐसे लोग हर चीज में राजनीति देखते हैं।
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गौरतलब है कि राम जन्मभूमि तीर्ख क्षेत्र ट्रस्ट ने कांग्रेस, सपा, बसपा, समेत ज्यादातार पार्टियों को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता भेजा था, लेकिन कांग्रेस, सीपीआई, समेत कई पार्टी इसमें शामिल ही नहीं हुई। कांग्रेस को इस बात का डर था कि कहीं मुस्लिम नाराज न हो जाएं।
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