नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में सांस की तकलीफ, लंग्स-स्किन से जुड़ी बीमारियों के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। डॉक्टर लंग्स से लेकर दमा के मरीजों और बुजुर्गों तक को तमाम बीमारियों को लेकर चेता रहे हैं… इन सब समस्याओं से जूझ रही दिल्ली में परेशानी का सबब बने हुए हैं कूड़े के पहाड़। इन पहाड़ों से हवा तो वैसे ही प्रदूषित रहती है। लेकिन ये सबसे ज्यादा खतरनाक तब हो जाते हैं जब इनमे आग लगने से निकलने वाला जहरीला धुंआ हवा में खुल कर लोगों के अंदर पहुँचता है और उन्हें धीरे-धीरे मौत की और ले जा रहा है।
इसी क्रम में पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में आग लगने के बाद सुलग रहे कचरे के पहाड़ से धुआं निकल रहा है। जो लोगों की सांसों के लिए खतरा बना हुआ है। गाजीपुर के इस कूड़े के पहाड़ को लोग ‘लैंडफिल साइट (कचरा एकत्र करने की जगह)’ के नाम से जानते हैं। आग लगने के कुछ घंटों बाद से यहां धुआं का घना गुबार उठ रहा है। आसपास के लोगों को लगातार सांस लेने में समस्या हो रही है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, कचरे के विशाल पहाड़ से उत्पन्न गैसों के कारण रविवार शाम लैंडफिल साइट में भीषण आग लग गई। आसपास रहने वालों का कहना है कि उन्हें गले में दिक्कत और सांस लेने में परेशानी होने लगी है। दिल्ली अग्निशमन सेवा का कहना है कि आग को बुझाने में टीम जुटी है। आग लगने की सूचना रविवार शाम पांच बजकर 22 मिनट पर मिली थी।
आज सुबह दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गाजीपुर लैंडफिल साइट का निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्हेंने कहा, मयूर विहार और कोंडली के आस-पास के इलाकों में लोगों का जीवन नरक बन गया है। मैं भी मयूर विहार में रहता हूं, मैं इसे समझता हूं। जब नगर निगम चुनाव हो रहे थे, तो AAP और अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि वे दिसंबर 2023 तक इस लैंडफिल को हटा देंगे। यहां भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। आग लगने के कारणों की जांच होनी चाहिए। इसके पीछे भ्रष्टाचार है दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। AAP प्रमुख और पार्टी डायलिसिस पर है। यहां 25 मशीनें तैनात की जानी चाहिए थीं, लेकिन इनमें से आधी मशीनें काम नहीं कर रही हैं। क्या अरविंद केजरीवाल जिम्मेदारी लेंगे? जिस दिन दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनेगी, एक साल के अंदर दिल्ली के तीनों लैंडफिल हटा दिए जाएंगे.’
वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा है कि नगर निगम और सभी अधिकारी वहां काम कर रहे हैं। दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं। बहुत जल्द आग पर काबू पा लिया जाएगा।
बता दें कि राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को लेकर समस्या ज्यादा गंभीर इसलिए भी है क्योंकि इसका असर न केवल दिल्ली में है बल्कि आसपास के शहरों में भी हालात एक जैसे है। साल दर साल दिल्ली एक गैस चैंबर की तरह होती जा रही है। यहां के हालत अत्यधिक खतरनाक होते जा रहे हैं। देश के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की लिस्ट में दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के ही अधिकांश शहर हैं जहां हालात चिंताजनक बने हुए हैं। अगर अभी भी समय रहते चेता नहीं गया तो एक समय बाद दिल्ली में रहना और रुकना दूभर हो जाएगा और लोगों को यहां से पलायन कर अपने प्राण बचाने के लिए विवश होना पड़ेगा।
टिप्पणियाँ