रोहिणी घावरी वाल्मीकि समाज से आती हैं, उन्होंने भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण पर धोखा देने का आरोप लगाया है। रोहिणी का आरोप है कि उन्होंने चंद्रशेखर रावण को सच्चा आंदोलनकारी मानकर उसके साथ रिलेशन में रहीं, लेकिन उसी ने धोखा दिया। आरोप है कि रावण ने रोहिणी से ये बात छुपाई थी कि वो पहले से ही शादीशुदा है।
घावरी ने अपने एक्स हैंडल पर लंबी पोस्ट लिखी और साथ ही एक चंद्रशेखर रावण के साथ वीडियो चैट की स्क्रीन रिकॉर्डिंग शेयर की। एक्स पोस्ट में रोहिणी कहती हैं कि मैंने इस आदमी को सच्चा आंदोलनकारी मानकर इसके साथ खड़ी हुई, लेकिन ये मेरी सबसे बड़ी गलती थी। मैं शादी जैसे रिश्तों से बहुत दूर हो गई हूं। अब कभी जीवन में दोबारा से किसी मर्द पर भरोसा नहीं कर पाऊंगी। रोहिणी ने रावण पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे पूरे समाज को बेवकूफ बनाया गया, उसी तरह से मैं भी बेवकूफ बन गई।
मैं झूठे आरोपों को झेलकर थक चुकी हूं। जब भी सोचती हूं कि कुछ अच्छा करूं, तभी लोग मेरा चीरहरण कर लेते हैं। मुझे एक लड़की होने की सजा मिल रही है। सोचा था दोनों मिलकर समाज के लिए कुछ अच्छा करेंगे, लेकिन अब थक गई हूं।
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गौरतलब है कि चंद्रशेखर रावण जय भीम के नारे के नाम पर कई बार देश में अराजकता फैलाने की कोशिशें कर चुका है। इसके अलावा भी इसके नाम कई विवाद रहे हैं। चंद्रशेखर रावण से धोखा मिलने के बाद अब रोहिणी घावरी रावण की पोल खोल रही हैं। इसी तरह से अपने पिछले ट्वीट में रोहिणी घावरी ने चंद्रशेखर रावण पर गंभीर आरोप लगाया था कि उसके कई लड़कियों के साथ संबंध रहे हैं।
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की रहने वाली रोहिणी घावरी के पिता सफाई कर्मचारी हैं और वर्ष 2019 में वह तब सुर्खियों में आई थीं, जब सरकार ने एक करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप दी थी। रोहिणी ने रावण पर बहन बेटियों की इज्जत को लूटने का आऱोप लगाते हुए कहती हैं कि अगर उन्हें उसकी ये सच्चाई पहले पता हो जाती तो आज शायद कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद होने से बच सकती थी। वो कहती हैं कि ऐसा व्यक्ति कभी भी वनवासी समुदाय का मसीहा नहीं हो सकता।
गौरतलब है कि हाल ही में रोहिणी ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि देश की प्रधानमंत्री ओबीसी समुदाय से आते हैं। देश का वनवासी समुदाय सरकारी मदद पर ऑक्सफोर्ड-हॉर्वर्ड में पढ़ते हैं, लेकिन भारत को गलत तरीके से पेश करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर को भारत की आस्था, विरासत और सद्भावना का प्रतीक करार दिया है।
गौरतलब है कि रोहिणी घावरी फिलहाल स्विटजरलैंड में रहती हैं और पीएचडी कर रही हैं। इसके अलावा उनके एक्स हैंडल के मुताबिक, वो संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि भी हैं।
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