इजरायल हमास युद्ध के बीच ईरानी हमले को लेकर चौंकाने वाला दावा किया गया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 1 अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर इजरायली स्ट्राइक को लेकर खुलासा किया गया है। इसके मुताबिक, इजरायली अधिकारियों ने ईरान की क्षमता को आंकने की गलती कर दी।
अमेरिकी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इजरायल पर हमले के बाद हाई लेवल डिस्कशन में शामिल अमेरिकी अधिकारियों के बताया है कि इजरायल ने ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोचा था कि ईरान इस तरह की प्रतिक्रिया नहीं देगा। लेकिन हुआ इसका उल्टा। आउटलेट के मुताबिक, इजरायल द्वारा दमिश्क में हमले को लेकर अमेरिका को भी पहले नहीं बताया गया था। दमिश्क में हमला करने से ठीक 1 मिनट पहले इजरायल ने अमेरिका को इसकी जानकारी दी।
जबकि, 22 मार्च को इजरायली वॉर कैबिनेट ने दमिश्क में हमले की रूपरेखा को मंजूरी दी गई थी। दो इजरायली अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि इस हमले को दो माह पहले ही मंजूरी दी गई थी। अखबार ने ये दावा किया है कि उसने इजरायल के इंटर्नल डिफेंस रिकॉर्ड्स की जांच की है, जिसमें तेहरान द्वारा संभावित प्रतिक्रियाओं को रेखांकित किया गया था।
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है इजरायली सेना ने 1 अप्रैल को सीरिया के दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हमला किया था, जिसमें कई इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड के कमांडर मारे गए थे, जिसमें दो जनरल भी थे। इस हमले के बाद हाल ही में तेहरान ने इज़रायल पर 300 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे थे। हालांकि, उनमें से 99 फीसदी को इजरायल ने रोक लिया। लेकिन इसके बाद से युद्ध के हालात बन गए हैं।
ईरानी हमले के बाद इजरायल भी ईरान पर हमले की योजना बना रहा है। ईरानी हमले के इजरायल के विदेशमंत्री काट्ज ने तो ईरानी रिवोल्युशनरी गार्ड ( IRGC) आतंकी संगठन घोषित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोशिशें करनी शुरू कर दी हैं।
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