कोलकाता । पश्चिम बंगाल के उस मुर्शिदाबाद जिले में आखिरकार बवाल हो ही गया जहां के डीआईजी मुकेश कुमार को चुनाव आयोग द्वारा हटाने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि अगर मुर्शिदाबाद में दंगा होता है तो उसके लिए जिम्मेदार चुनाव आयोग होगा।
बुधवार शाम जब मुर्शिदाबाद में रामनवमी की शोभायात्रा यात्रा बड़ी धूमधाम से निकल रही थी। जैसे ही ये यात्रा मुस्लिम बाहुल्य इलाके रेजीनगर में पहुंची तो यहां चारों तरफ से घरों की छतों से पत्थरों की बरसात होने लगी जिससे शोभायात्रा में शामिल रामभक्तों को बचने का अवसर तक प्राप्त नहीं हुआ। सड़कों पर खुल्लेआम देशी बम फेंके गए और कोई कुछ नहीं कर पाया। इस हमले में कम से कम 20 लोग गंभीर घायल हुए हैं। जिनका इलाज मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है।
दरअसल रामनवमी से पहले अपनी हर एक जनसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बार-बार दंगा होने की बात कर रहीं थी.. इसके साथ ही ऐसी स्थिति होने पर चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहरा रहीं थी। इसे लेकर वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्हीं के उकसावे की वजह से दंगा हुआ है। उन्होंने पुलिस पर भी इसमें मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा की शोभायात्रा पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। यहां तक की उसमें बमबारी भी की गई है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ से दंगाई पथराव कर रहे थे और दूसरी ओर पुलिस उनके साथ मिलकर राम भक्तों को तितर-बितर करने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दाग रही थी। भाजपा नेता ने चुनाव आयोग से इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शुभेंदु के अलावा बंगाल भाजपा के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य शमिक भट्टाचार्य ने भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के उकसावे की वजह से ऐसा हुआ है। रेजीनगर हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि रेजीनगर में हिंदू अल्पसंख्यक हैं। यहां शोभायात्रा पर पथराव के बाद कई श्रद्धलुओं को चोटें आईं हैं। जिनमे से कुछ की स्थित गंभीर बताई जा रही है। वहीं घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वीडियो में कुछ लोग छतों से पत्थर फेंकते दिखाई दे रहें है साथ ही कुछ वीडियो में सड़क पर बम फटते साफ दिख रहे हैं। इसके अलावा घटना की वायरल तस्वीरों में किसी रामभक्त के सिर से खून आता नजर आ रहा है तो किसी के कपड़े रक्त से सने हैं। लोगों को हड़बड़ी में इधर-उधर भागते भी देखा जा सकता है।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी पथराव की घटना में घायल लोगों की वीडियो साझा करते हुए लिखा, “बंगाल के मुर्शिदाबाद में जिहादी बे-लगाम हैं और उनके बीच में रामभक्त संकट में पड़े हैं। लगता है ममता दीदी की राम नवमी धमकियाँ का जिहादियों ने पालन किया है! स्थानीय पुलिस प्रशासन व शासन नि:सहाय व मूकदर्शक है। केंद्रीय सुरक्षा बल कमान संभाल कर शेष हिंदूओं की रक्षा करें, यह अविलंब जरूरी है।”
बता दें कि यह घटना मुर्शिदाबाद में कई जगह से देसी बम रिकवर किए जाने की खबरों के बीच यह देखने को मिली, जहाँ रामभक्तों पर खुले में देसी बम फेंके गए और कोई कुछ नहीं कर पाया। बता दें कि शोभायात्रा पर हुआ ये हमला कोई अचानक हुआ हमला नहीं है। इसके लिए तैयारियां काफी पहले से की गईं होगी। ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अचानक एक ही दिन में एक क्षेत्र के घरों में अचानक से पत्थर नहीं पहुँच सकते और ना ही बम अचानक से तैयार किए जा सकते। बकिं यह पूरी बात घटना की निष्पक्ष जांच के बाद ही सामने आ पाएगी
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में हिंदू पर्वों पर स्थिति बड़ी संवेदनशील हो जाती है. विशेषकर रामनवमी जैसे अवसर जिनमे शोभायात्रा निकली जाती है. बंगाल के कई हिस्सों या यूं कहें जिस जिस जगह हिंदू अल्पसंख्यक हैं वहां ऐसे मौकों पर शोभा यात्रा निकालना लगभग असंभव सा हो गया है। पिछले वर्ष भी बंगाल के हावड़ा में ऐसा ही हाल हुआ था जिसके मद्देनजर कुछ दिन पहले ही कोलकाता उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को कहा भी था कि वह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें और सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों को बोलें।
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