ईरान फैला रहा है UK में इस्लामिक कट्टरता! यूके की पॉलिसी एक्सचेंज की रिपोर्ट में खुलासा
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

ईरान फैला रहा है UK में इस्लामिक कट्टरता! यूके की पॉलिसी एक्सचेंज की रिपोर्ट में खुलासा

थिंक टैंक की रिपोर्ट ने उन घटनाओं का भी उल्लेख किया है, जिनमें ब्रिटिश मुस्लिम समुदाय पर ईरानी राज्य के बढ़ते प्रभाव को देखा जा सकता है।

by सोनाली मिश्रा
Apr 16, 2024, 10:32 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
Iran spreading islamic radicalisation in UK

प्रतीकात्मक तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

क्या ईरान ब्रिटेन में इस्लामिक कट्टरता में वृद्धि कर रहा है? यह प्रश्न ब्रिटेन की एक संस्था की रिपोर्ट के आधार पर उत्पन्न हुआ है। दरअसल पिछले कुछ समय में ब्रिटेन में इस्लामिक कट्टरता की कई घटनाएं देखी गई हैं, जिनमें इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद की कथित बेअदबी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को प्रोत्साहित किया जाना और द लेडी ऑफ द हेवेन फिल्म का विरोध किया जाना जैसी घटनाएं प्रमुख हैं। रिपोर्ट में ईरान पर यह आरोप लगाया गया है कि वह यूके में स्कूलों के बाहर और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करवाने में सहायक है।

एक नई रिपोर्ट में बेअदबी की घटनाओं की निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शनों की घटनाओं पर बात की गई है और ऐसा माना गया है कि ब्रिटिश मुसलमानों पर इस्लामिक शासन का प्रभाव पड़ रहा है। पॉलिसी एक्सचेंज ने यह रिपोर्ट बनाई है। इसमें इस्लामिक रिपब्लिक को ब्रिटेन के लिए दुश्मनी से भरा हुआ बताया है। इसमें बताया गया है कि यूके सरकार जहां एक ओर साइबर सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है तो वहीं इस क्षेत्र मे ईरान उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। ईरान कैसे स्कॉटिश अलगाववाद की भावना को बढ़ावा देने के लिए झूठी वेबसाइट्स का सहारा ले रहा है, इसमें यह भी बताया गया है।

इस थिंक टैंक की रिपोर्ट ने उन घटनाओं का भी उल्लेख किया है, जिनमें ब्रिटिश मुस्लिम समुदाय पर ईरानी राज्य के बढ़ते प्रभाव को देखा जा सकता है। स्कूलों की दो घटनाओं का उल्लेख है, जिनमें बेअदबी को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए थे। ये घटनाएं थीं वर्ष 2021 में बेटले ग्रामर स्कूल में हुए विरोध प्रदर्शन, जिनके कारण एक स्कूल टीचर को इसलिए छिपना पड़ा था क्योंकि उन्होंने मोहम्मद के एक कार्टून को अपने विद्यार्थियों को दिखाया था। और दूसरी घटना जिसमें वेकफील्ड में एक स्कूल में चार विद्यार्थियों को इसलिए स्कूल से निलंबित कर दिया गया था, जिसमें उनमें से एक ने कुरान की अपनी प्रति को कथित रूप से फाड़ दिया था।

इसे भी पढ़ें: Britain: मुस्लिम लड़की ने की स्कूल में नमाज की मांग, कोर्ट बोला-‘स्कूल के नियम से ऊपर धार्मिक स्वतंत्रता नहीं’

इसके साथ ही इसमें उस फिल्म को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन का भी उल्लेख है, जो इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद की बेटी फातिमा पर आधारित फिल्म थी। इस फिल्म का विरोध मुस्लिम देशों ने किया था और ब्रिटेन मे भी इस फिल्म का विरोध हुआ था। इस रिपोर्ट के अनुसार इन घटनाओं के विरोध ने यह संकेत दिया था कि सड़कों पर ऐसे विरोध प्रदर्शन करने से कथित बेअदबी के कोड्स को लागू करवाया जा सकता है।

इस रिपोर्ट में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंग्लैंड के विषय में यह दावा किया गया है कि इसका संचालन ईरान के सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि द्वारा किया जाता है और जो यूके में ईरान की उपस्थिति का मुख्य केंद्र है। यह रिपोर्ट यह भी बताती है कि आईसीएल यह केंद्र केवल एक मजहबी केंद्र नहीं है बल्कि यह यूके में ईरान के प्रभाव को दिखाता है।

क्या कहती है पॉलिसी एक्सचेंज की रिपोर्ट

पॉलिसी एक्सचेंज द्वारा एक अध्ययन में यह भी पाया गया है कि ईरान यूके की सुरक्षा और मूल्यों को भी खतरा पहुंचा रहा है। दरअसल वह ऐसे कट्टर और राज्य द्वारा प्रायोजित मौलाना पश्चिमी लंदन में भेज रहा है, जो यूके की एकता और अखंडता के लिए खतरा हैं।

पॉलिसी एक्सचेंज द्वारा आयोजित किये गए अध्ययन से यह पता चलता है कि ईरान ने ब्रिटेन में राजनीतिक-धार्मिक संरचना की स्थापना के लिए कई दशकों तक मेहनत की है और यह धार्मिक संरचना है इस्लामिक सेंटर ऑफ इंग्लैंड जो यूके में एक पंजीकृत चैरिटी है। इसका कहना है कि ईरान इस केंद्र का प्रयोग उस आधार के रूप में करता है जो हमारे मूल्यों का क्षरण करता है और बेअदबी के कानूनों को लागू करता है।

तेहरान कॉलिंग के नाम से प्रकाशित इस रिपोर्ट मे विस्तार से इस्लामी कट्टरता के पसरते पैरों को लिखा है, जो यूके को अपने शिकंजे मे कस रहे हैं। इसमे आरंभ मे ही वर्ष 1989 के सलमान रश्दी पर जारी फतवे का उल्लेख है और वर्ष 2022 मे लेडी ऑफ द हेवेन मूवी को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों का उल्लेख है। इसके साथ ही इसमें उन ईरानी नागरिकों एवं पत्रकारों को दी जा रही धमकियों का भी उल्लेख है, जो ईरानी शासन से असन्तुष्ट हैं और उनकी आलोचना करते हैं और यूके में रहते हैं।

फिलिस्तीन के पक्ष में जो भी प्रदर्शन यूके में हुए थे, उनमें ईरान का भी झण्डा मौजूद था। इसके साथ ही इस रिपोर्ट मे यह कहा गया है कि ईरान दरअसल ब्रिटेन के मूल्यों पर नियंत्रण करके ब्रिटेन के नागरिकों को बंधक बनाना चाहता है। वह अपनी तहजीब का वर्चस्व चाहता है। फिलिस्तीन के पक्ष मे जो भी प्रदर्शन हुए थे, उनमें ईरान एवं ईरान समर्थित संस्थाओं का बहुत बड़ा योगदान था। यह रिपोर्ट लंदन में मौजूद कई ईरानी समर्थक कार्यकर्ताओं एवं समूहों का भी उल्लेख करती है, जो इस्लामिक देश ईरान का समर्थन करते हुए लंदन की सड़कों पर दिखाई देते हैं। ऐसा ही एक समूह है अल हशद अल शबाबी मिलिटियाज (पॉपुलर मोबिलाइज़ेशन फोर्स पीएमएफ)।

पॉलिसी एक्सचेंज की इस रिपोर्ट मे यह अनुशंसा की गई है कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंग्लैंड में काम करने के लिए किसी भी ईरानी नागरिक को वीजा नहीं जारी किया जाना चाहिए। दरअसल इस्लामिक सेंटर ऑफ इंग्लैंड अपने आप को शिया रिलीजियस एंड कल्चर सेंटर घोषित करता है, जिसमें एक ट्रस्टी इस्लामिक रिपब्लिक और ईरान की सर्वोच्च मजहबी लीडरशिप का प्रतिनिधि होगा। यह भी इस रिपोर्ट मे कहा गया है कि आईसीईएल में ईरानी प्रतिनिधित्व लंदन मे ईरानी दूतावास से एकदम अलग है, जो कि ईरान सरकार का आधिकारिक प्रतिनिधित्व है।

स्रोत: https://policyexchange.org.uk/wp-content/uploads/Tehran-Calling.pdf

Topics: ईरानbritainIranब्रिटेनअंतरराष्ट्रीय न्यूजब्रिटेन में इस्लामिक कट्टरतापॉलिसी एक्सचेंज रिपोर्टIslamic fundamentalism in Britain#islamPolicy Exchange Reportइस्लामinternational news
Share5TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

‘टेक्सास में इस्लाम के लिए कोई जगह नहीं, शरिया कानून हावी नहीं होगा’, MAGA समर्थक वैलेंटिना का Video वायरल

काफिर शब्द पर प्रतिबंध की मांग

क्या है काफिर शब्द, फिल्मों में गाने भी खूब बने, क्यों उठ रही इस पर प्रतिबंध की मांग

British PM Keir starmer grroming Jihad Muslims

कीर स्टार्मर सरकार का नया विधेयक: यौन अपराधी शरणार्थियों से छीनी जाएगी सुरक्षा

Pahalgam terror attack

परिवार समेत इस्लाम त्यागने की दी चेतावनी, पहलगाम हमले से दुखी बबलू खान, सनातन धर्म में आस्था

Kanpur Islamic conversion Kalma

कानपुर के फ्लैट में इस्लामिक धर्मान्तरण का खेल, 5 हिन्दुओं को पढ़ाया जा रहा था कलमा, खुलासा हुआ तो मचा हड़कंप

Iran hijab protest women raised slogan dictator death

ईरान नया हिजाब कानून लागू करने की तैयारी में, कही ये बात

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा झूठ पर झूठ, खालिस्तानी गठजोड़ फिर दिखा, युद्ध का गाना भी रिलीज कर दिया

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies