संत रामचंद्र गिरी ब्रह्मलीन, 3 वर्ष पहले कर दिया था अन्न का त्याग, 12 वर्ष की तपस्या, 104 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

संत रामचंद्र गिरी ब्रह्मलीन, 3 वर्ष पहले कर दिया था अन्न का त्याग, 12 वर्ष की तपस्या, 104 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

स्वामी रामचंद्र गिरी का जन्म गुजरात के वडोदरा शहर में हुआ था, वर्ष 1949 तक उन्होंने भिक्षाटन किया और लोगों को गीता का उपदेश दिया

by सुनील राय
Apr 16, 2024, 04:19 pm IST
in उत्तर प्रदेश
महामंडलेश्वर स्वामी रामचंद्र गिरी (फाइल फोटो)

महामंडलेश्वर स्वामी रामचंद्र गिरी (फाइल फोटो)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

वाराणसी। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी रामचंद्र गिरी रविवार की रात को ब्रह्मलीन हो गए। महामंडलेश्वर रामचंद्र गिरी की आयु 104 वर्ष थी। पिछले 3 वर्षों से उन्होंने अन्न का त्याग कर दिया था और तरल पदार्थ पर जीवित थे। हाल के कुछ वर्षों से शरीर कमजोर जाने के कारण ज्यादातर समय बिस्तर पर रहते थे। सोमवार को वाराणसी के केदार घाट पर उन्हें जल समाधि दी गई।

स्वामी रामचंद्र गिरी का जन्म गुजरात के वडोदरा शहर में हुआ था। उनकी षोडशी में देश भर के संतों को बुलाया जा रहा है। विधि-विधान से 29 अप्रैल को षोडशी की जायेगी।

जानकारी के अनुसार स्वामी रामचंद्र गिरी ने गुजरात पुलिस में भी कुछ समय तक सेवा प्रदान की थी। मगर मन में भक्ति-भाव उत्पन्न होने पर उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़ दी और संन्यास ग्रहण कर लिया था। इसके बाद वह बिहार के मगध पहुंचे और गंगा के तट पर एक वृक्ष के नीचे 12 वर्ष तक तपस्या की। वर्ष 1949 तक उन्होंने भिक्षाटन किया और लोगों को गीता का उपदेश दिया। इसके बाद वह वाराणसी आ गए। वाराणसी में उनकी भेंट कैलाश मठ के संत से हुई। वर्ष 1980 में उन्हें कैलाश मठ के संचालन का दायित्व सौंपा गया। स्वामी रामचंद्र गिरी के उत्तराधिकारी महामंडलेश्वर अशुतोषानंद गिरि ने बताया कि स्वामी रामचंद्र गिरी जी निरंजनी अखाड़े के सबसे वरिष्ठ महामंडलेश्वर थे। उनकी षोडशी पर 29 अप्रैल को भंडारा किया जाएगा और श्रद्धांजलि समारोह में संत समागम का भी आयोजन होगा। इस दिन देशभर से संत- महंत और महामंडलेश्वर पधारेंगे।

Topics: महामंडलेश्वरस्वामी रामचंद्र गिरीमहामंडलेश्वर रामचंद्र गिरीनिरंजनी अखाड़ा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

महाकुंभ में अभिनेत्री ममता कुलकर्णी बनीं महामंडलेश्वर : किन्नर अखाड़े का हिस्सा बनकर किया पिंडदान, लगातार बहते रहे आंसू

stiev jobs wife gets New name Kalpana in Mahakumbh-2025

महाकुंभ-2025: तप करने आ रहीं Apple के मालिक स्टीव जॉब्स की पत्नी को मिला नया नाम, कमला बनकर समझेंगी सनातन धर्म को

डेनियल के आत्‍म-साक्षात्‍कार ने उन्हें बना दिया रविन्‍द्र और पीटर बने प्रदीप

संत स्वामी मनकामेश्वर और सत्यानंद सरस्वती बने महामंडलेश्वर

हरिद्वार : साध्वी संजनानन्द गिरि बनी निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Tension on the border : जैसलमेर-बाड़मेर समेत 5 ज़िलों में हाई अलर्ट और ब्लैकआउट, शादी-धार्मिक कार्यक्रमों पर भी पाबंदी

क्या होगा अगर अश्लील सामग्री आपके बच्चों तक पहुंचे..? : ULLU APP के प्रबंधन को NCW ने लगाई फटकार, पूछे तीखे सवाल

पंजाब पर पाकिस्तानी हमला सेना ने किया विफल, RSS ने भी संभाला मोर्चा

Love jihad Uttarakhand Udhamsingh nagar

मूर्तियां फेंकी.. कहा- इस्लाम कबूलो : जिसे समझा हिन्दू वह निकला मुस्लिम, 15 साल बाद समीर मीर ने दिखाया मजहबी रंग

Operation Sindoor : एक चुटकी सिंदूर की कीमत…

नागरिकों को ढाल बना रहा आतंकिस्तान : कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान को किया बेनकाब

पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला युवक हजरत अली गिरफ्तार 

“पहाड़ों में पलायन नहीं, अब संभावना है” : रिवर्स पलायन से उत्तराखंड की मिलेगी नई उड़ान, सीएम धामी ने किए बड़े ऐलान

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

लखनऊ : बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, बहराइच और लखीमपुर खीरी में अवैध मदरसों पर हुई कार्रवाई

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी आदित्यनाथ

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies