इजरायल हमास युद्ध के बीच ईरान पर ये आरोप शुरू से लगते रहे हैं कि वह हिजबुल्लाह और हमास की मदद कर रहा है। लेकिन अब उसके सीक्रेट लेटर खुल गए हैं। द टाइम्स की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि 2014 से 2020 के बीच ईरान ने कट्टरपंथी आतंकी संगठन हमास को 222 मिलियन डॉलर की वित्तीय सहायता दी थी।
रिपोर्ट में जिस सीक्रेट लेटर के हवाले से दावा किया गया है, उसमें हमास के सैन्य विंग के चीफ ऑफ स्टाफ मारवान इस्सा के कथित हस्ताक्षरित पत्र शामिल हैं। माना जाता है कि इस्सा को इजरायली सेना ने डेर कर दिया है। इसी तरह से एक अन्य पत्र में कथित तौर पर अबू इब्राहिम को संबोधित किया गया था।
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कई वर्षों से हमास का समर्थन कर रहा तेहरान
गौरतलब है कि इस खुलासे भले ही ईरान की कलई खोलने का दावा किया जा रहा है, लेकिन सत्य तो यही है कि कई वर्षों से तेहरान वित्तीय और सैन्य रूप से हमास और गाजा में इस्लामिक जिहाद का समर्थन कर रहा था, इन नवीनतम दस्तावेजों से इस्लामी गणराज्य द्वारा वित्तीय योगदान के एक हिस्से का पता चलने की अधिक संभावना है।
इजरायल ने इस बात का शक जताया है कि वित्तीय सहायता कम से कम 7 अक्टूबर के हमले तक जारी रही। दूसरी ओर ईरान ने खुलेआम इस बात को स्वीकार किया है कि वह हमास को वित्त और प्रशिक्षण में मदद करता है। इसके साथ ही उसने इज़रायल पर हमले की प्रशंसा की थी।
उल्लेखनीय है कि सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायल के कथित हमले को लेकर दोनों देशों के बीच युद्ध के हालात हैं और कभी भी दोनों ही देशों के बीच युद्ध शुरू हो सकता है। ऐसे में इस बात का खुलासा ईरान और इजरायल के बीच पल रही इस दुश्मनी की आग को और अधिक भड़का सकता है।
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