राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया है। दिल्ली के मंत्री और आप नेता राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी पर वंचित समाज के विधायकों, पार्षदों और मंत्रियों को सम्मान ना मिलने का आरोप लगते हुए मंत्री पद और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
राज कुमार आनंद का कहना है कि आम आदमी पार्टी द्वारा दलित ठगे गये हैं। इन सब चीजों के साथ मेरे लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल है, इसलिए मैं पद और पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।
बता दें कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार में राज कुमार आनंद समाज कल्याण मंत्री का पद संभाल रहे थे। उन्होंने इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा- ‘आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए हुआ था लेकिन आज पार्टी खुद भ्रष्टाचार में डूबी गई है। मैं इस सरकार में काम नहीं कर सकता और मैं नहीं चाहता कि मेरा नाम इस भ्रष्टाचार से जुड़े’।
इस्तीफे और उसकी टाइमिंग को लेकर पूछे गए एक सवाल के जबाव में राज कुमार आनंद ने कहा- कल तक वह इस धारणा में थे कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को फंसाया जा रहा है, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के बाद ऐसा लगता है कि कुछ तो है जो हमारी ओर से गलत हुआ है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के शीर्ष नेताओं में कोई दलित नहीं है।
दिल्ली की पटेल नगर विधानसभा से विधायक राज कुमार आनंद का इस्तीफा ऐसे समय पर आया है जब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथाकथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल गए हैं। वैसे नवंबर 2023 में ईडी ने राज कुमार आनंद के आवास पर मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में छापा मारा था। हालांकि यह शराब घोटाले की जांच से जुड़ा नहीं था।
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