नई दिल्ली । संगीत नाटक अकादमी ने मंगलवार अर्थात नवरात्रि के प्रथम दिवस से देश के सात अलग-अलग शक्तिपीठों में ‘शक्ति-संगीत और नृत्य का एक उत्सव’ महोत्सव की शुरुआत की है। श्रीराम नवमी अर्थात 17 अप्रैल तक चलने वाले इस महोत्सव में संगीत नाटक अकादमी, कला प्रवाह श्रृंखला के तहत, मंदिर परंपराओं को देश में पुनर्जीवित करने का काम करेगी। संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि नवरात्रि, नौ देवियों की शक्ति का प्रतीक हैं, इसलिए 9 से 17 अप्रैल 2024 तक देश के विभिन्न हिस्सों के सात अलग-अलग शक्तिपीठों में मंदिर परंपराओं का उत्सव मनाने के लिए शक्ति शीर्षक से संगीत और नृत्य महोत्सव की शुरुआत की है।
शक्ति उत्सव का उद्घाटन मंगलवार को गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर से किया गया। यह उत्सव कोल्हापुर के महालक्ष्मी मंदिर, हिमाचल प्रदेश के ज्वालामुखी मंदिर, त्रिपुरा के त्रिपुर सुंदरी मंदिर, गुजरात के अंबाजी मंदिर, झारखंड के जय दुर्गा शक्तिपीठ में मनाया जाएगा। इस उत्सव का समापन उज्जैन, मध्य प्रदेश के शक्तिपीठ मां हरसिद्धि मंदिर में 17 अप्रैल, 2024 को होगा।
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