गत अप्रैल को नई दिल्ली स्थित संस्कार भारती के मुख्यालय ‘कला संकुल’ में मासिक संगोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि पद्मश्री रंजना गौहर, संगोष्ठी संयोजिका श्रुति सिन्हा, सह संयोजक विश्वदीप, कला संकुल व्यवस्था प्रभारी दिग्विजय पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर संगोष्ठी का उद्घाटन किया।
इसके बाद मलोबिका मंडल ने अपने होली और चैती गीतों से दर्शकों को आंनदित किया। ताबिश मोहम्मद का सारंगी वादन शानदार रहा। सोनम चौहान ने कथक नृत्य की प्रभावशाली प्रस्तुति दी।
रंजना गौहर ने कहा कि भारत में गुरु-शिष्य की एक श्रेष्ठ परंपरा रही है। इस कारण हमारी भारतीय कला विश्व को दिशा देने में सफल रही है।
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