कोलकाता । बंगाल 2022 विस्फोट मामले की कोर्ट के आदेश पर जांच करने पहुंची एनआईए की टीम ने पूर्वी मेदिनीपुर जिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया जिसके बाद पूरी टीम के काफिले पर हमला हुआ जिसमे NIA के अधिकारी भी घायल हो गए। जिस ब्लास्ट की जांच करने राष्ट्रीय जांच एजेंसी पहुंची थी उसे ममता बनर्जी ने पटाखे फोड़ने की घटना बताया साथ ही एनआईए पर गंभीर आरोप लगते हुए अजीबो-गरीब टिपण्णी भी की।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में ग्रामीणों ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के अधिकारियों पर हमला नहीं किया, बल्कि एनआईए के अधिकारियों ने उनपर (ग्रामीणों पर) हमला किया।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जांच एजेंसी का दल 2022 में पटाखा विस्फोट की एक घटना की जांच के सिलसिले में तड़के ग्रामीणों के घरों में गया था। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2022 की घटना को लेकर एनआईए अधिकारियों का उनके घरों में जाने का उन्होंने केवल विरोध किया था।
भाजपा को जितने गई थी एनआईए की टीम : ममता बनर्जी
इस हमले को लेकर एक और अजीबो-गरीब टिप्पणी करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा वालों को पता है कि वे हार रहे हैं इसलिए एनआईए की टीम को लाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि एनआईए की यह गतिविधि चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए है।
जांच दल के वाहन पर हुआ हमला : पुलिस
पुलिस ने बताया कि भूपतिनगर इलाके में 2022 के बम विस्फोट मामले की जांच के लिए गए एनआईए की टीम ने इस मामले के संबंध में शनिवार सुबह दो लोगों को गिरफ्तार किया और यह टीम कोलकाता वापस जा रही थी, तभी उसके वाहन पर हमला हुआ। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्थानीय लोगों ने वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया।
वहीं एनआईए ने कहा है कि उसका एक अधिकारी घायल भी हुआ है। उन्होंने बताया कि एनआईए ने भी इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। भूपतिनगर में तीन दिसंबर, 2022 को एक कच्चे घर में हुए विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी। बाद में मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी।
चुनाव आयोग ने मांगी हमले की विस्तृत रिपोर्ट
भारतीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के माध्यम से पूर्वी मेदिनीपुर जिले के जिला मजिस्ट्रेट से इस’ हमले के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पश्चिम बंगाल में तीन महीने में केंद्रीय जांच एजेंसी पर यह दूसरा हमला है। इससे पहले पांच जनवरी को संदेशखाली में स्थानीय लोगों ने ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमला किया था, जिसमें निलंबित तृणमूल नेता शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया गया है।
ममता ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी उठा दिए सवाल
इस मामले को लेकर ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा- हम एक स्वतंत्र और निष्पक्ष आयोग चाहते हैं। चुनाव से पहले तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जैसे नई दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी स्वीकार्य नहीं है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ईडी अधिकारियों पर संदेशखाली में स्थानीय लोगों को भड़काने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे शाहजहां को निशाना बनाकर संदेशखाली गए थे।
क्या है बंगाल 2022 विस्फोट मामला
2022 में भूपतिनगर में बम धमाका हुआ था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। बाद में कोर्ट के आदेश पर घटना की जांच एनआईए को सौंप दी गई।
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