कर्णावती। अमदाबाद के 10वीं पास युवक ने फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर अमेरिकी नागरिकों को लोन दिलाने के नाम पर ठग लिया। सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में कॉल सेंटर चलाने वाले दिल्ली के हबीब के नाम का पता चला है। गुजरात पुलिस की टीम जांच के लिए दिल्ली भी जाएगी।
अमदाबाद के जुहापुरा में रहने वाला सोहैल परवेज ( 27) सिर्फ दसवीं तक पढ़ा है। सोहैल अमेरिका के लोगों के साथ फोन पर ‘में आई हेल्प यू’ और ‘व्हाट कैन आई डू फॉर यू’ जैसी बात करके उन्हें लोन लेने के लिए तैयार करता था। बैंक लोन का नकली अप्रूवल लेटर दिखाकर वह कमीशन के तौर पर गिफ्ट वाउचर के जरिये डॉलर में पैसा कमाता था। सोहैल रात को 12:00 से सुबह 5:00 बजे तक अपने घर में बैठकर कॉल सेंटर चलाता और रोज 30 लोगों के साथ बातचीत करता। अमदाबाद पुलिस को जब इस बारे में पता चला तो उसने सोहैल के घर पर छापा मारा। उस समय सोहैल किसी अमेरिकी नागरिक के साथ बातचीत कर रहा था। पुलिस ने उसके घर से लैपटॉप और तीन मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पूछताछ में सोहैल ने बताया कि वह पहले रखियाल विस्तार से कॉल सेंटर चलाता था, तब हबीब शेख नाम के शख्स के संपर्क में आया था। उसके बाद हबीब दिल्ली चला गया था और वहां से कॉल सेंटर चलाता था। हबीब ने सोहैल को जो ऐप दिया था उसमें करीब 200 अमेरिकी नागरिकों का डाटा था।
पुलिस जांच में सामने आया है कि अमेरिका से गिफ्ट वाउचर के स्वरूप में पैसा दिल्ली के हबीब शेख के अकाउंट में जमा होता था। वह पैसा हबीब बापू नगर के एच के आंगड़िया के ज़रिए सोहैल को भेजता था। पिछले 4 महीनो में सोहैल ने हबीब के पास से 6 लाख रुपये तक का कमीशन लिया था और यह सारा पैसा आंगड़िया के जरिये ही गुजरात आता था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि हबीब डेढ़ साल पहले अमदाबाद में कॉल सेंटर चलाता था लेकिन बाद में वह दिल्ली चला गया और दिल्ली-नोएडा से वह सोहैल जैसे युवाओं से संपर्क कर उनके घर से ही कॉल सेंटर चलाने को कहता था। अमेरिकी नागरिकों का डाटा हबीब के पास किस तरह से आया, किसके पास से आया और इस काले कारोबार में और कौन-कौन शामिल हैं इन सारे सवालों का जवाब लेने के लिए गुजरात पुलिस की एक टीम दिल्ली जाएगी।
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