पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। वहां अब प्रवर्तन निदेशालय के बाद एनआईए की टीम पर हमला किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। एनआईए का कहना है कि जांच एजेंसी इलाके में हुए धमाके की जांच करने के लिए भूपतिनगर गए हुए थे। वहां से जब जांच टीम दो व्यक्तियों को पूछताछ के लिए ले जा रही थी। उसी दौरान उस पर ये हमले हुए हैं।
क्या है पूरा मामला
जांच एजेंसी ने हमले को लेकर एक बयान भी जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जब एनआईए दो लोगों को पकड़कर ले जा रही थी तभी ग्रामीणों ने दोनों की रिहाई की मांग करते हुए जांच एजेंसी की गाड़ी को घेरकर हमला कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर की है। ब्लास्ट के मामले की जांच के लिए कोलकाता हाई कोर्ट ने एनआईए को आदेश दिया था। इसी मामले को लेकर एजेंसी के अधिकारी शनिवार को भूपतिनगर पहुंचे थे। इस हमले में दो अधिकारियों को मामूली चोटें भी आई हैं।
इससे पहले ईडी की टीम पर भी हुआ था हमला
गौरतलब है कि इससे पहले पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर जानलेवा हमला किया गया था। 5 जनवरी 2024 को पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले के मामले में जांच के लिए ईडी की टीम संदेशखाली गई थी। जांच एजेंसी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खास आदमी शेख शाहजहां के आवास पर छापा मारने गई थी, लेकिन शेख शाहजहां के सैकड़ों गुडों ने केंद्रीय जांच एजेंसी पर हमला कर दिया।
इस हमले ईडी की टीम बुरी तरह से घायल हो गई थी। इसी हमले के बाद संदेशखाली की पीड़ितों के साथ किए गए अत्याचार भी सामने आए। इसके बाद भाजपा के विरोध के बाद कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर 29 फरवरी को संदेशखाली से मात्र 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मियांखाली से शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया था। बहरहाल इस मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है।
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