सनातन धर्म को यूं ही महान नहीं कहा जाता है, जो भी एक बार इसे जानने की कोशिशें करता है वो बस इसी का होकर रह जाता है। ऐसी एक घटना मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आई है। जिले में सनातन धर्म में आस्था रखने वाले दो मुस्लिम युवकों ने वैदिक रीति रिवाज के साथ ‘घर वापसी’ कर ली।
घर वापसी करने वाले दोनों मुस्लिमों की पहचान अजीजुल हसन और अल्लारखा के नाम से हुई है। शनिवार को इन दोनों ही युवकों ने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली। घर वापसी के बाद दोनों ने बताया कि बचपन से ही उनकी आस्था सनातन धर्म में थी और अब जाकर उन्होंने सनातन धर्म अपना लिया है। इसमें इन दोनों ही युवकों की मदद हिन्दू संगठनों ने की।
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क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि सनातन धर्म में घर वापसी करने वाला अजीजुल हसन प्रदेश के अशोकनगर जिले का रहने वाला है। अब घर वापसी के बाद उसने अपना नाम बदलकर अनय ठाकुर रख लिया है। अजीजुल बताते हैं कि उनकी स्कूली शिक्षा जबलपुर में सरस्वती शिशु मंदिर से हुई है। स्कूल में बचपन से ही उन्हें सर्वधर्म समभाव की भावना सिखाई गई है। सनातन धर्म के संस्कारों को सिखाया गया है। इसी से प्रेरित होकर उन्होंने इस्लाम छोड़कर घर वापसी करने का निर्णय लिया।
वहीं दूसरे अल्लारखा खान यहीं जबलपुर का ही रहने वाला है और घर वापसी के बाद उसने अपना नाम बदलकर विजय चौहान रख लिया है। हिन्दू संगठनों ने कहा कि भारत में ईसाई और मुस्लिम दोनों ही पहले हिन्दू हुआ करते थे और किसी कारण से इनका कन्वर्जन किया गया। लेकिन, जिन लोगों को इस बात का अहसास है कि उनके पूर्वज हिन्दू ही थे वो घर वापसी कर रहे हैं।
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