लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है। एक के बाद एक पार्टी के बड़े चेहरे उसे छोड़कर जा रहा है। सनातन धर्म और भगवान राम को गाली देने वाले नेताओं पर कार्रवाई करने की बजाय उस पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए गौरव वल्लभ ने कहा, “मैंने मल्लिकार्जुन खड़गे को एक विस्तृत पत्र लिखा है और अपनी सारी भावनाएं व्यक्त की हैं। जब गठबंधन के कुछ बड़े नेताओं ने सनातन और पार्टी के रुख का विरोध किया तो कांग्रेस पार्टी की चुप्पी से मुझे दुख हुआ।”
#WATCH | On his resignation from the Congress party, Gourav Vallabh says "I have written a detailed letter to Mallikarjun Kharge and expressed all my emotions. I was hurt by the silence of the Congress Party when some big leaders of the Alliance opposed Sanatana and the party's… pic.twitter.com/ebdrKrILYE
— ANI (@ANI) April 4, 2024
राम मंदिर पर कांग्रेस नेता गाली दे रही हैं। वल्लभ ने कांग्रेस द्वारा अंबानी और अडाणी जैसे बिजनेसमैन पर सवाल उठाए जाने पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे देश में कांग्रेस पार्टी दिन-रात देश के धन सृजनकर्ताओं को गाली देती है। मैं इन बातों को लेकर स्पष्ट था और मैंने इस मामले को पार्टी मंच पर भी कई जगहों पर उठाया।
कांग्रेस ने अपनी जमीन छोड़ी
गौरतलब है कि राजस्थान के उदयपुर के रहने वाले गौरव वल्लभ पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट और इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें दो बार झारखंड के जमशेदपुर से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन दोनों ही बार उन्हें मुंह की खानी पड़ी। मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने इस्तीफे में गौरव वल्लभ ने लिखा, “भावुक हूं। मन व्यथित है। काफी कुछ कहना चाहता हूं, लिखना चाहता हूं, बताना चाहता हूं। लेकिन, मेरे संस्कार ऐसा कुछ भी कहने से मना करते हैं, जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे। क्योंकि मुझे लगता है कि सच को छुपाना भी अपराध है, और मैं अपराध का भागी नहीं बनना चाहता।”
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ ने पार्टी के आलाकमान पर आरोप लगाया कि उसका लोगों से जमीनी संपर्क एकदम टूट चुका है। पार्टी नए भारत की आकांक्षा को समझ ही नहीं पा रही है।
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