धार। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे मंगलवार को 12वें दिन भी जारी है। सर्वे के बीच ही मंगलवार को भोजशाला में हिंदू समाज ने सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस दौरान भोजशाला मां सरस्वती और राजा भोज के जयघोष से गूंज उठी। मां सरस्वती की प्रतिमा लंदन से यहां पहुंचे और भोजशाला में स्थापित हो, इस संकल्प के साथ महिलाएं और पुरुष बाहर आए।
भोजशाला में सर्वेक्षण के काम में अब तेजी आ गई है। मंगलवार को सर्वे के 12वें दिन एएसआई के 20 अधिकारियों और 34 मजदूरों ने सुबह करीब पौने आठ बजे भोजशाला में प्रवेश किया। टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा की दृष्टि से भोजशाला परिसर के आसपास पुलिस बल तैनात किया हुआ है।
भोजशाला में हर मंगलवार को हिन्दू समाज हनुमान चालीसा का पाठ करता है, जबकि प्रति शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय नमाज पढ़ता है। इसी क्रम में भोजशाला में हर मंगलवार की तरह इस बार भी पूजा की गई। यहां हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद महिलाओं ने मां सरस्वती की पूजा की। इस दौरान हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकुमार भार्गव भी साथियों के साथ भोजशाला पहुंचे।
बता दें कि मुस्लिम पक्ष द्वारा धार की भोजशाला में चल रहे एएसआई के सर्वे पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, जिस पर सोमवार को सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। इसके चलते विशेष रूप से सर्वे को लेकर टीम ने मंगलवार को अपना काम शुरू किया।
मंगलवार को भोजशाला में होने वाले हिंदू सत्याग्रह में शामिल होने आए शिवकुमार भार्गव ने कहा कि भोजशाला में सर्वे के 12 दिन हो गए। यह बहुत खुशी की बात है और विशेष उत्साह का दिन है कि मां सरस्वती बहुत जल्द भोजशाला में स्थापित होने वाली है। सर्वे को लेकर अब तक जो भी जानकारियां सुनी गईं, उसके अनुसार अंदर जो एविडेंस सामने आ रहे हैं, वह सनातनी पक्ष में हैं। हमारा हजारों वर्षों का संघर्ष अब बहुत जल्द पूरा होने वाला है और मां सरस्वती की स्थापना होगी।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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