इजरायल हमास युद्ध के बीच कतर के न्यूज चैनल अल जजीरा पर लगातार एक तरफा और इजरायल विरोधी रिपोर्टिंग करने का आरोप लगा है। अल जजीरा पर आरोप है कि वह लगातार झूठी खबरें फैलाकर इजरायल को बदनाम कर रहा है। इस पर अब इजरायल ने बड़ा कदम उठाते हुए एक कानून पास करके इजरायल में अल जजीरा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद ही इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि अब अल जजीरा इजरायल में नहीं दिखेगा।
उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि अब अल जजीरा को इजरायल से प्रसारित नहीं किया जाएगा और मैं चैनल की गतिविधियों को रोकने के लिए नए कानून के तहत तुरंत कार्रवाई करना चाहता हूं।
वहीं इसको लेकर इजरायल के दूरसंचार मंत्री श्लोमो करही ने कहा, “इसका बंद होना निश्चित था।” करही ने अल जजीरा पर दुनियाभर में इजरायल के खिलाफ शत्रुता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि एक ऐसे मीडिया आउटलेट्स को बर्दाश्त करना असंभव है, जो कि हमारे देश में रहकर युद्ध के समय में हमारे ही खिलाफ काम कर रहा है।
पहले भी किया था बंद
गौरतलब है कि पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बर्बर हमले के बाद कतरी न्यूज चैनल की पक्षपात रिपोर्टिंग के खिलाफ इजरायल ने एक्शन लिया था। उस दौरान इजरायली सरकार ने आपातकालीन नियमों का इस्तेमाल करते हुए देश के हितों के लिए खतरा बने अल जजीरा पर अस्थायी तौर पर प्रतिबंध लगाने को मंजूरी दी थी। 2017 में भी इजरायल ने अलजजीरा के खिलाफ एक्शन लिया था।
उल्लेखनीय है कि अलजजीरा का वेस्ट बैंक और गाजा में ऑफिस है, जहां से वह ऑपरेट करता है। यहीं से वह लगातार इजरायल के खिलाफ रिपोर्टिंग कर रहा है।
क्या कहता है अलजजीरा
पहले से अपेक्षित बयानबाजी करते हुए भारत में विपक्ष की ही तरह से अल जजीरा ने इजरायल की कार्रवाई को हास्यास्पद करार दिया। साथ ही इजरायली प्रधानमंत्री पर प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला करने का आरोप लगाया। वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने भी इजरायली एक्शन की निंदा की है।
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