ढीले पड़े अमेरिकी तेवर, भारत के सख्त रवैए से संभला बाइडन प्रशासन!
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

ढीले पड़े अमेरिकी तेवर, भारत के सख्त रवैए से संभला बाइडन प्रशासन!

'नए भारत' के सख्त रवैए से बाइडेन प्रशासन को समझ आया है कि अब भारत की कूटनीति धारदार है और वह किसी के दबाव में नहीं आता है

by WEB DESK
Apr 1, 2024, 02:43 pm IST
in विश्व
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी

अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत में जैसे जैसे आम चुनाव नजदीक आ रहे हैं, अमेरिका के भारत के अंदरूनी मामलों में दखल देने की हरकतें बढ़ती जा रही हैं। पहले सीएए पर अमेरिका ने ‘चिंता’ व्यक्त की थी। फिर आआपा नेता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर निष्पक्षता बरतने जैसा ज्ञान दिया, उसके बाद खालिस्तानी आतंवादी गुरपतवंत पन्नू के मामले में बेवजह टांग अड़ाई। हर बार भारत ने कड़ा विरोध जताया है। केजरीवाल के मामले में तो अमेरिकी राजदूत को बुलाकर विरोध भी दर्ज कराया है।

‘नए भारत’ के इस सख्त रवैए से बाइडेन प्रशासन को, लगता है समझ आया है कि अब भारत की कूटनीति धारदार है और वह किसी के दबाव में नहीं आता है। संभवत: यही वजह है कि भारत में अमेरिकी राजदूत ने व्यवहार में नरमी आने के संकेत दिए हैं। भारत की सख्ती का ही शायद परिणाम है कि अमेरिका ने अब अपना सुर बदला है।

विशेषज्ञों का मानना है कि गार्सेटी के सुर में यह बदलाव दरअसल भारत की सख्त टिप्पणियों की वजह से आया है। गत माह सीएए को लेकर अमेरिका ने जो कुछ कहा उसे भारत ने ‘अनुचित तथा गलत सूचना पर आधारित’ बताया था। भारत के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया थी कि “भारत की परंपराएं बहुलतावादी हैं जिनकी सीमित समझ” रखने वाले को भारत के ‘अंदरूनी मामलों’ पर कुछ कहना नहीं चाहिए।”

अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी का ताजा बयान है कि नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच कभी कभार सहमति या असहमति देखने में आ सकती है। हमें इसे नकारात्मकता के साथ नहीं देखना चाहिए। गार्सेटी ने कहा कि ”पांथिक स्वतंत्रता हर लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग होती है।” यहां ध्यान हैं कि हाल में अमेरिका के विदेश विभाग ने बयान दिया था कि वह भारत में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लागू करने को लेकर चिंता में है, कि इस पर नजदीकी नजर रखी जा रही है। अमेरिका का यह बयान आने के बाद भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई थी।

एक सुप्रसिद्ध समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में राजदूत एरिक गार्सेटी ने आगे कहा कि दरअसल उन्होंने यह कहा था कि यह मामला ऐसे विषयों में से एक जिन पर हमारी नजर रहती है। यह महत्वपूण है कि अल्पसंख्यकों की रक्षा की जाए। लेकिन इस चीज को नकारात्मकता नजरिए से देखना ठीक नहीं। राजदूत गार्सेटी ने आगे कहा कि निगरानी करना ही तो एक राजदूत तथा विदेश विभाग का काम है। इन विषयों पर नजर रखना और रिपोर्ट करना ही उनका काम है।

हालांकि गार्सेटी ने यह स्वीकारा कि कमियां तो अमेरिका में भी हैं। फिर संभलते हुए बोले कि भारत और अमेरिका के मध्य गहरी मित्रता है। कई बार कुछ चीजों पर असहमति रखते हुए भी हम अपना काम आगे करते रह सकते हैं। कई बातों को सोच-समझकर देखना चाहिए। इसमें व्यक्तिगत मानने जैसा कुछ नहीं है। अमेरिका की कमियों को लेकर हम आलोचना के लिए भी खुले हैं। हम आलोचना सुनने को तैयार हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि गार्सेटी के सुर में यह बदलाव दरअसल भारत की सख्त टिप्पणियों की वजह से आया है। गत माह सीएए को लेकर अमेरिका ने जो कुछ कहा उसे भारत ने ‘अनुचित तथा गलत सूचना पर आधारित’ बताया था। भारत के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया थी कि “भारत की परंपराएं बहुलतावादी हैं जिनकी सीमित समझ” रखने वाले को भारत के ‘अंदरूनी मामलों’ पर कुछ कहना नहीं चाहिए।”

Topics: diplomacyEric GarcettiIndiaforeign affairsCAAगार्सेटीभारतअमेरिकाBidenamerica
Share3TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

आतंकी मसूद  (File Photo)

Operation Sindoor: ‘अच्छा होता मैं भी मारा जाता’, कुख्यात जैश सरगना आतंकी मसूद ने आपरेशन सिंदूर के बाद जताई इच्छा

भारत द्वारा सीमा रेखा के उस पार चल रहे तीन मुख्य आतंकी अड्डों और उनसे जुड़े ढांचे को पैनी चोट करके ध्वस्त किया गया

आंसू बहा रहा जिन्ना के देश का मीडिया, फौज कर रही दुष्प्रचार

इटली के वित्त मंत्री जियानकार्लो जियोर्जेटी के साथ निर्मला सीमारमण

भारत ने कसा जिन्ना के कंगाल देश पर शिकंजा, अब फंडिंग लेने में छठी का दूध याद आएगा जिहादियों के रखवाले को

टोरंटो में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा निकाली गई परेड

चुनाव में पिटे खालिस्तानियों ने निकाली हिन्दू विरोधी रैली, 8 लाख हिन्दुओं को देश से बाहर करने की मांग की

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies