घर वापसी: उजमा ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, मीरा बन अनिल संग लिए सात फेरे

उजमा ने सनातन धर्म अपना लिया है, उन्होंने बताया कि वह बालिग हैं और अनिल से विवाह का फैसला उनका अपना है

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WEB DESK

नई दिल्ली। यूपी के शाहजहांपुर की उजमा ने इस्लाम त्यागकर घर वापसी की है। उसने सनातन धर्म स्वीकार किया है। दिल्ली में उसने मीरा बनकर अनिल वाल्मीकि संग सात फेरे लिए। मीरा ने बताया कि वह बालिग हैं और उन्होंने अनिल से विवाह का फैसला उनका अपना है। वह छह साल से परिजनों के साथ दिल्ली में रह रही हैं।

अनिल भी बालिग हैं और दिल्ली के टैगोर गार्डन में रहते हैं। हिंदू मोर्चा के पदाधिकारियों का उन्होंने धन्यवाद दिया। उजमा से मीरा बनकर उसने विधि-विधान से हवन और पूजन किया। विवाह के दौरान अनिल के परिजन भी मौजूद थे और उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद दिया और सुखमय जीवन की मंगलकामना की। अनिल और मीरा (पूर्व नाम उजमा) दोनों एक-दूसरे को पिछले छह साल से जानते थे।

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पिछले दिनों यूपी के रायबरेली की मंतशा ने इस्लाम त्यागकर सनातन धर्म अपनाया था। उन्होंने आशीष से विवाह किया। दोनों बचपन से एक-दूसरे को जानते थे और एक साथ खेले और बड़े हुए थे। मंतशा ने अपना नाम मानसी रख लिया। घर वापसी के बाद मानसी ने बताया कि बचपन से सनातन धर्म और इसकी परंपराओं से रूबरू होती रही हैं और इस कारण सनातन धर्म और हिन्दू रीति-रिवाजों से गहरा लगाव रहा है। हिन्दू धर्म में लगाव होने के कारण ही घर वापसी की है।

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वहीं, बुलंदशहर की तलाक पीड़िता शाहाना ने सनातन की राह चुनी। उन्होंने अपने दो बेटों के साथ सनातन धर्म अपना लिया है और शिवभक्‍त शारदा बनकर बरेली के प्रकाश गंगवार के साथ वैदिक रीति रिवाज से फेरे लिए हैं।

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युवती ने बताया कि निकाह के बाद ससुराल में उसको लगातार परेशान किया गया। शौहर काम धंधा कुछ नहीं करता था। वह गाजियाबाद की एक फैक्‍ट्री में काम करती थी। इसके बाद भी उसे चैन से नहीं रहने दिया जाता था।

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दो बेटों की मां बनने के बाद भी शौहर और ससुरालियों ने उसे परेशान करना बंद नहीं किया। उसने विरोध में आवाज उठाई तो शौहर ने तलाक दे दिया। शाहाना परेशानी में थी, तो गाजियाबाद की फैक्‍ट्री में उसके साथ काम करने वाले प्रकाश ने उसकी मदद की। इसके बाद दोनों ने आगे की जिंदगी साथ बिताने का फैसला किया।

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