काठमांडू। सोशल मीडिया के जरिए भारत में धार्मिक व सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये सभी नेपाल में अवैध तरीके से रह रहे थे। इन सभी को मंगलवार को जिला अदालत और अध्यागमन विभाग में पेश कर उनका रिमांड लेने की पुलिस की योजना है।
काठमांडू पुलिस क्राइम ब्रांच के एसपी नकुल पोखरेल ने बताया कि भारत से मिली सूचना के बाद काठमांडू के अलग-अलग स्थानों से पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी ने नेपाल में ना सिर्फ अवैध रूप से प्रवेश किया, बल्कि अवैध तरीके से रहकर संदिग्ध गतिविधि में संलग्न थे। यह लोग काठमांडू के अलग-अलग हिस्से में रहकर यहां से फेक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने का काम कर रहे थे।
पोखरेल के मुताबिक भारत में मुसलमानों को भड़काने के उद्देश्य से नफरत वाले वीडियो, ऑडियो पोस्टर आदि को एडिट कर उसे वायरल कराने की जिम्मेदारी पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों के पास थी। पुलिस ने छापेमारी को दौरान इनके पास से लैपटॉप, मोबाइल पचास से अधिक सिमकार्ड और लाखों रुपये नकद बरामद किये हैं।
पोखरेल के मुताबिक पकड़े गए बांग्लादेशी लोगों में 45 वर्षीय मोहम्मद शमसूल होदा, 36 वर्षीय मोहम्मद मासूम मियां, 30 वर्षीय अब्दुल विश्वास, 26 वर्षीय मोहम्मद रिफत अहमद और 23 वर्षीय मोहम्मद अब्दुल्ला शामिल हैं। ये सभी ढाका के ही रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक इनमें से मासूम मियां और अब्दुल्ला को बीते रविवार को काठमांडू के सोह्रखुट्टे से गिरफ्तार किया गया था, जबकि बाकी को कल यानि सोमवार को गिरफ्तार किया गया।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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