कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश द्वारा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर की गई बयानबाजी पर पलटवार किया है। उन्होंने अपने कामकाज का ब्योरा रखकर कांग्रेस नेता के आरोपों का जबाव दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेता को गांधी परिवार का दरबारी करार दिया। साथ ही कहा कि गांधी परिवार के दरबारी भाजपा सरकार के प्रयासों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिशें कर रहे हैं।
“𝐖𝐡𝐞𝐧 𝐟𝐨𝐨𝐥𝐬 𝐭𝐫𝐲 𝐭𝐨 𝐟𝐨𝐨𝐥 𝐨𝐭𝐡𝐞𝐫𝐬, 𝐭𝐡𝐞𝐲 𝐚𝐜𝐭𝐮𝐚𝐥𝐥𝐲 𝐦𝐚𝐧𝐢𝐟𝐞𝐬𝐭 𝐡𝐨𝐰 𝐟𝐨𝐨𝐥𝐢𝐬𝐡 𝐭𝐡𝐞𝐲 𝐚𝐫𝐞.”
In a blatant and somewhat pitiful attempt to curry favour with the perpetual heir apparent, a certain courtier has unwittingly exposed his…
— Smriti Z Irani (@smritiirani) March 25, 2024
ईरानी ने कहा, “जब एक मूर्ख दूसरों को मूर्ख बनाने की कोशिश करता है, वो असल में ये घोषित करते हैं कि वो कितने मूर्ख हैं।” उन्होंने भाजपा सरकार के 10 वर्षों के आंकड़ों और यूपीए सरकार के दौरान के आंकड़ों को पेश करते हुए जयराम रमेश के झूठ की पोल खोली। केंद्रीय मंत्री कहती हैं, “अयोग्य दरबारी एनसीआरबी के आंकड़ों पर पर्दा डालते हैं और मोदी सरकार की पहलों की खुलेआम अनदेखी करते हैं, जिसने महिलाओं को साहसपूर्वक अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया है। साथ ही महिलाओं के खिलाफ अपराध से निपटने के लिए जोरदार प्रयासों का नेतृत्व किया है।”
एक ग्राफ के जरिए बताया कि निर्भया फंड से 2014 यूपीए सरकार ने एक रुपए महिलाओं और बच्चियों के कल्याण के लिए नहीं दिए हैं। जबकि, 2014 से अब तक मोदी सरकार के कार्यकाल में निर्भया फंड के तहत 7212.85 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इस फंड से देशभर में महिलाओं के कल्याण के लिए 40 परियोजनाएं शुरू की गई हैं। महिला सुरक्षा पर 5448 करोड़ रुपए की राशि खर्च हो चुकी है, जो कि कुल फंड की तकरीबन 75 फीसदी है।
2015 से चल रही महिला हेल्पलाइन
इसके साथ ही केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा कि 2015 से ही निर्भया फंड के तहत महिला हेल्पलाइन (डब्ल्यूएचएल) चालू है। 181-डब्ल्यूएचएल ने 1.39 करोड़ से अधिक कॉलों को संभालते हुए 71.31 लाख से अधिक महिलाओं की मदद की है।
इस फंड के तहत शुरू की गई परियोजनाओं की लिस्ट जरा लंबी है, जिसमें वन स्टॉप सेंटर, हर पुलिस स्टेशन में महिला हेल्पडेस्क और महिलाओं और बच्चों के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट की स्थापना शामिल है। भाजपा सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड यूपीए प्रशासन की निष्क्रियता के बिल्कुल विपरीत है, जो न केवल संख्या बल्कि मोदी के शासन के तहत सक्रिय शासन और ठोस बदलाव को दर्शाता है।
यहीं नहीं स्मृति ईरानी ने कहा, ‘भाजपा सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड यूपीए प्रशासन की निष्क्रियता के बिल्कुल विपरीत है, जो न केवल संख्या बल्कि मोदी के शासन के तहत सक्रिय शासन और ठोस बदलाव को दर्शाता है।’ जयराम रमेश पर अपना हमला जारी रखते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराधिकारी को यह जानकर निराशा होगी कि महिलाओं और लड़कियों के लिए वित्त पोषण 2014-15 (98030 करोड़ रुपए) के बाद से तीन गुना बढ़ गया है। 2024-25 का बजट कांग्रेस के झूठ की पोल खोलता है, जिसमें 215 फीसदी बढ़कर यह 3.09 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
दरबारियों की चिंता केवल एक दिखावे से अधिक नहीं है। ये दरअसल, भाजपा सरकार के द्वारा किए गए कार्यों को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
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