सहारनपुर। मोहम्मद साजिद (36) ने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। साजिद ने घर वापसी का ये कदम अपने मुस्लिम परिवार और मोहल्ले वालों की प्रताड़ना से परेशान होकर उठाया है। सनातन धर्म अपनाने के बाद साजिद ने अपना नाम बदलकर सतबीर राणा रख लिया है।
सहारनपुर के नकुल इलाके में रहने वाले साजिद ने 4 साल पहले अनीता से शादी की थी। परिवारवालों ने अनीता को परेशान करना शुरू कर दिया। अनीता पर इस्लाम अपनाने का दबाव डालने लगे। साजिद को यह ठीक नहीं लगा तो उन्होंने विरोध किया। इस पर परिजनों के साथ ही मोहल्ले वालों ने भी उसका उत्पीडन शुरू कर दिया। परिवार वाले उसे ताना मारते थे कि तू तो हिंदू हो गया है। रोज-रोज मानसिक प्रताड़ना और परिजनों द्वारा बेदखल किए जाने के बाद साजिद ने पत्नी अनीता के साथ किराए के मकान में रहने लगे। इसके बाद भी परिजनों की प्रताड़ना जारी रही। इस पर मोहम्मद साजिद ने हिंदू धर्म अपनाने का फैसला किया। साजिद ने रमजान से पहले पूरे विधि-विधान के साथ हिंदू धर्म अपनाकर सनातन में वापसी की। उन्होंने अपना नाम डॉ. मोहम्मद साजिद से बदलकर सतबीर सिंह राणा रख लिया है।
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सनातन धर्म को जो भी एक बार जानने की कोशिश करता है, उसी का हो जाता है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुआ है, जहां तीन वर्ष पहले शाहनवाज से इस्लामिक रीति रिवाजों से निकाह कर मुस्लिम बनी पूनम ने अपने शौहर शाहजहां के साथ पुन: सनातन धर्म में घर वापसी कर ली है।
कैराना में दंपति ने की थी घर वापसी
कुछ दिनों पहले मुजफ्फरनगर के कैराना के रहने वाले दंपति ने सनातन धर्म में वापसी की थी। शाहनवाज और पूनम काफी वक्त से एक-दूसरे को जानते थे। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई थी। बाद में दोनों ने एक होने का निर्णय लिया और इसी के साथ पूनम ने शाहनवाज से निकाह कर लिया था। निकाह के बाद उसने अपना नाम ‘अर्शी’ रख लिया था। फिर दोनों ने सनातन धर्म में वापसी करने का निर्णय किया। सनातन धर्म अपनाने के बाद शाहनवाज ने अपना नाम राहुल रख लिया, जबकि अर्शी फिर से पूनम बन गई। दंपति को अयोध्या की पवित्र मिट्टी का तिलक भी लगाया गया। साथ ही इन्हें सनातन धर्म की भेंट स्वरूप एक मूर्ति भी प्रदान की गई।
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