CAA पर गृह मंत्री अमित शाह की दो टूक, ये भारत की संप्रभुता का निर्णय है, कभी वापस नहीं होगा कानून
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

CAA पर गृह मंत्री अमित शाह की दो टूक, ये भारत की संप्रभुता का निर्णय है, कभी वापस नहीं होगा कानून

गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे टाइमिंग वाले प्रपंच को ध्वस्त करते हुए स्पष्ट किया कि हमने वर्ष 2019 में ही अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि हम CAA लाएंगे और पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के जो शरणार्थी हैं, उनको नागरिकता देंगे।

by Kuldeep singh
Mar 14, 2024, 09:48 am IST
in भारत
Amit Shah on CAA Law

अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

CAA देश में लागू हो चुका है। लेकिन अक्सर एक सवाल किया जाता है कि क्या कृषि कानून की तरह भी दबावों के आगे झुकते हुए सरकार इस कानून को वापस लेगी? इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जबाव दिया है। उन्होंने दो टूक कहा है कि CAA कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा। हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना ये भारत का विषय है और भारत की संप्रभुता का निर्णय है, हम इससे कभी समझौता नहीं करेंगे।

#WATCH केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "CAA कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा। हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना ये भारत का विषय है और भारत की संप्रभुता का निर्णय है, हम इससे कभी समझौता नहीं करेंगे।" pic.twitter.com/B2DoxgpkGl

— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 14, 2024

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने ये बातें कही। उन्होंने विपक्ष द्वारा सीएए की टाइमिंग पर सवाल खड़े करने को लेकर आरोप लगाया कि विपक्ष इस वक्त झूठ की राजनीति कर रहा है। अमित शाह ने कहा, “सारे विपक्षी दल, चाहे असदुद्दीन ओवैसी हों, राहुल गांधी, ममता बनर्जी हों या केजरीवाल हों ये लोग झूठ की राजनीति कर रहे हैं इसलिए टाइमिंग का महत्व नहीं है।”

इसे भी पढ़ें:  CAA : धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होने वाले गैर मुस्लिमों के खिलाफ अरविंद केजरीवाल और अवैध रोहिंग्याओं पर नहीं एक भी सवाल

#WATCH | विपक्षी पार्टियों द्वारा CAA की अधिसूचना की टाइमिंग पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "सारे विपक्षी दल, चाहे असदुद्दीन ओवैसी हों, राहुल गांधी, ममता बनर्जी हों या केजरीवाल हों ये लोग झूठ की राजनीति कर रहे हैं इसलिए टाइमिंग का महत्व… pic.twitter.com/5kqykQ5yDM

— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 14, 2024

घोषणा पत्र में ही हमने कर दिया था ऐलान: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे टाइमिंग वाले प्रपंच को ध्वस्त करते हुए स्पष्ट किया कि हमने वर्ष 2019 में ही अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि हम CAA लाएंगे और पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के जो शरणार्थी हैं, उनको नागरिकता देंगे। भाजपा का एजेंडा बहुत ही स्पष्ट है और उसी एजेंडे के आधार पर हमें बहुमत मिला है। 2019 में ही यह बिल संसद के दोनों सदनों ने पारित कर दिया था। उसके बाद कोविड के कारण थोड़ा सा लेट हुआ। अब टाइमिंग का क्या महत्व रह जाता है। सरकार ने अफनी इच्छा को चुने जाने से पहले ही अभिव्यक्त कर दी है।

उन्होंने आगे कहा, “इसके बाद जब 2019 के लोकसभा चुनाव में चुने जाने के बाद पहली प्राथमिकता के तहत दोनों सदनों से इस कानून को मान्यता मिल गई। रूल्स तो फॉर्मेलिटी है, अब टाइमिंग या पॉलिटिकल गेन या फिर लॉस का सवाल नहीं है। अब विपक्ष तुष्टिकरण की राजनीति कर वोट बैंक को मजबूत करना चाहता है। मैं उनको (विपक्ष) विनती करता हूं कि वे अब बेनकाब हो चुके हैं। ऐसा न करें। देश की जनता जानती है कि CAA इस देश का कानून है। मैं 4 साल में कम से कम मैं 41 बार बोल चुका हूं कि CAA लागू होगा और चुनाव से पहले होगा।”

अमित शाह ने ये स्पष्ट किया कि सीएए कानून भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी पॉलिटिकल गेन का मुद्दा नहीं है, बल्कि ये पीएम नरेंद्र मोदी के लिए अफगानिस्ता, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हुए करोड़ों शरणार्थियों को उनका अधिकार देने का मुद्दा है। ये उन शरणार्थियों को पीड़ा से मुक्ति देने और उनकी पीढ़ियों को न्याय दिलाने का मुद्दा है, जो कांग्रेस पार्टी ने कभी नहीं किया।

Topics: क्या है सीएए कानूनWhat is CAA lawअमित शाह का सीएए को लेकर बयानअमित शाह सीएएसीएए कानून से किसे होगा फायदाAmit Shah's statement regarding CAAAmit Shah CAAwho will benefit from CAA lawअमित शाहAmit Shah
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

pushkar singh dhami

उत्तराखंड : सीएम धामी ने चारधाम और बांधों की सुरक्षा बढ़ाने के दिए निर्देश, अलर्ट मोड पर अधिकारी

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उत्तराखंड में हाई अलर्ट, अमित शाह ने CM और DGP के साथ की सुरक्षा बैठक

संस्कृत मजबूत होगी तो बाकी भाषाएं भी मजबूत होंगी : अमित शाह

‘चुन-चुन कर लेंगे बदला’ : पहलगाम हमले के आतंकियों को अमित शाह ने दी चेतावनी

सिंधु का जल मोड़ेगा भारत : अब एक-एक बूंद पानी को तरसेगा ‘आतंकिस्तान’

पहलगाम अटैक का जवाब : 48 घंटे में पाकिस्तानी नागरिकों को निकालो, सभी राज्यों को अमित शाह के स्पष्ट निर्देश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies