Modi गए Arunachal, तो चिढ़े China ने जताया विरोध, जयशंकर ने कहा-सीमा विवाद से चीन का ही नुकसान
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Modi गए Arunachal, तो चिढ़े China ने जताया विरोध, जयशंकर ने कहा-सीमा विवाद से चीन का ही नुकसान

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अरुणाचल प्रदेश दौरे में वहां सेला सुरंग का उद्घाटन किया था। इससे चीन बेशक बेचैन हुआ है

by WEB DESK
Mar 12, 2024, 12:15 pm IST
in विश्व
मोदी ने अपने अरुणाचल प्रदेश में सेला सुरंग का उद्घाटन किया

मोदी ने अपने अरुणाचल प्रदेश में सेला सुरंग का उद्घाटन किया

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गत दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर थे। वहां उन्होंने कई विकास योजनाओं का उद्घाटन किया। मोदी के इस दौरे से चीन को चिढ़ना ही था क्योंकि वह हमारे अरुणाचल को ‘अपना हिस्सा’ बताता है। भारत के साथ सीमा विवाद चला रहा है। मोदी के अरुणाचल दौरे पर भी आधिकारिक तौर पर विरोध दर्ज कराते हुए बीजिंग ने एक बार फिर से सीमा विवाद का जिक्र किया है। उसने एक बयान जारी करके कहा है कि जांगनान क्षेत्र चीन का इलाका है। बयान में लिखा है कि चीन की सरकार द्वारा भारत के तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को कभी भी मान्य नहीं किया है। हम इसका हमेशा से ​विरोध करते आए हैं। बीजिंग ने फिर उल्लेख किया कि चीन और भारत के बीच सीमा का प्रश्न अभी तक लटका हुआ है।

मोदी ने अपने अरुणाचल प्रदेश दौरे में वहां सेला सुरंग का उद्घाटन किया था। इससे चीन बेशक बेचैन हुआ है। प्रधानमंत्री के इस दौरे पर उक्त बयान चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किया गया है। चीन ने इसमें अरुणाचल प्रदेश को भारत का अंग मानने से मना ही नहीं किया बल्कि यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के अरुणाचल जाने से सीमा विवाद और उलझ जाएगा।

चीन का बयान—”जांगनान क्षेत्र चीन का इलाका है। बयान में लिखा है कि चीन की सरकार द्वारा भारत के तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को कभी भी मान्य नहीं किया है। हम इसका हमेशा से ​विरोध करते आए हैं।”

मोदी ने गत शनिवार को अरुणाचल में जो सेला सुरंग लोकार्पित की है वह 13 हजार फुट की ऊंचाई पर बनी है। यह सुरंग अरुणाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण क्षेत्र तवांग को हर प्राकर के मौसम में शेष भारत से जोड़े रखेगी। तवांग में भारत की सेना की उपस्थिति को देखते हुए, यह सुरंग सैनिकों की आवाजाही सुगम और सुनिश्चित बनाएगी।

मोदी ने गत शनिवार को अरुणाचल में जो सेला सुरंग लोकार्पित की है वह 13 हजार फुट की ऊंचाई पर बनी है। यह सुरंग अरुणाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण क्षेत्र तवांग को हर प्राकर के मौसम में शेष भारत से जोड़े रखेगी। तवांग में भारत की सेना की उपस्थिति को देखते हुए, यह सुरंग सैनिकों की आवाजाही सुगम और सुनिश्चित बनाएगी।

उधर चीन एक लंबे समय से यह दुष्प्रचार करता आ रहा है कि अरुणाचल प्रदेश ‘दक्षिण तिब्बत’ है। तिब्बत को कब्जाने के बाद से ही चीन हर मंच पर यही रटता आ रहा है। इसलिए जब भी भारत का कोई नेता अरुणाचल जाता है तो चीन उसका विरोध करता है। अरुणाचल के खिलाड़ियों को चीन में खेलने आने के लिए वीसा नहीं देता। वह स्टेपल्ड वीसा देता है जो उसकी धूर्तता को ही दर्शाता है। चीन अरुणाचल के तवांग क्षेत्र को जांगनान पुकारता है।

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर

विरोध दर्ज कराते अपने वक्तव्य में चीन ने कहा भी कि ‘जांगनान का इलाका चीन का है। इस इलाके में भारत को अपने मनमाफिक तरीके से कोई विकास करने का हक नहीं है। चीन की विस्तारवादी कम्युनिस्ट सरकार का कहना है कि भारत के ऐसे काम सीमा विवाद को और उलझा देंगे तथा दोनों देशों के मध्य सीमा पर तनाव पैदा करेंगे। बयान कहता है कि ‘चीन भारतीय नेता के चीन-भारत सीमा के पूर्वी हिस्से के दौरे का पुरजोर विरोध करता है।’

इधर एक कार्यक्रम में कल ही भारत के विदेश मंत्री ने सीमा विवाद को लेकर चीन का खरा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि सीमा पर विवाद बनाए रखने से दोनों देशों का नुकसान तो हुआ ही है, चीन का ज्यादा नुकसान हुआ है। जयशंकर ने भारत के पाकिस्तान तथा चीन के साथ संबंधों पर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उक्त बातें कहीं।

जयशंकर ने साफ कहा कि भारत तो चाहता है ऐसा हल खोजा जाए जिसमें समझौतों के प्रति सम्मान दिखे। उन्होंने कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद खत्म होना साझा हित के लिए ही आवश्यक नहीं है अपितु यह चीन के भी फायदे की बात है।

उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ भारत का करीब चार साल से सीमा को लेकर विवाद चल रहा है। इन चार सालों की तरफ संकेत करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि इस दौरान तनाव बने रहने से दोनों में से किसी देश को लाभ नहीं पहुंचा है।

इसी विषय में आगे बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि हमारे साझा हित की बात यह है कि एलएसी पर दोनों देशों की इतनी ज्यादा सेनाएं न ​हों। यह भी हम दोनों देशों के हित में होगा कि हम उन समझौतों का पालन करे जिन पर हमने दस्तखत किए हुए हैं।

पाकिस्तान के संदर्भ में भी भारत के विदेश मंत्री कहा कि पाकिस्तान के साथ वार्ता के लिए भारत ने अपने दरवाजे कभी भी बंद नहीं किए है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि बातचीत के केन्द्र में आतंकवाद का मुद्दा पूरी स्पष्टता से हो।

मेरा मानना है कि ऐसा सिर्फ साझा हित में ही नहीं, बल्कि चीन के भी हित में है। पिछले चार वर्षों से हमने जो तनाव देखा है, वह हम दोनों के लिए फायदेमंद नहीं रहा। इसलिए जितनी जल्दी हम इसे सुलझा लेंगे, हम दोनों के लिए अच्छा है।’

Topics: IndialadakhChinalacdiplomacyमोदीxiपाकिस्तानTawangPakistanजयशंकरभारतjaishankerचीनborder disputemodisela tunnelbeijing
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अपनी सौहार्द भेंट के बाद जयशंकर ने बताया कि उन्होंने चीनी राष्ट्रपति को द्विपक्षीय संबंधों में हो रही प्रगति की जानकारी दी

चीन में जयशंकर ने कहा-संबंधों में तनाव कम, कैलास-मानसरोवर यात्रा शुरू होना सुखद, संपर्क बढ़े तो विवाद घटे

सुशांत कुमार मजूमदार  (File Photo)

अपहरणकर्ता मजहबियों से कैसे मुक्त हुए सुशांत मजूमदार? क्यों बांग्लादेश में आएदिन हिन्दुओं को किया जा रहा अगवा!

लालमोनिरहाट में बनी पाषाण कलाकृति को पहले कपड़े से ढका गया था, फिर स्थानीय प्रशासन के निर्देश पर मजदूर लगाकर ध्वस्त करा दिया गया

बांग्लादेश में मुक्ति संग्राम स्मारक तोड़कर ‘छात्र आंदोलन’ को ‘अमर’ बनाने में जुटी अंतरिम सरकार

कराची आर्ट्स काउंसिल जैसे प्रतिष्ठित मंच पर रामायण का मंचन होना एक साहसिक और सकारात्मक कदम है

कराची की रामलीला, राम बने अश्मल तो वक्कास अख्तर बने लक्ष्मण, आमिर बने दशरथ तो जिबरान ने निभाई हनुमान की भूमिका

धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा से आशीर्वाद लेते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री किरन रिजीजू

चीन मनमाने तरीके से तय करना चाहता है तिब्बती बौद्ध गुरु दलाई लामा का उत्तराधिकारी

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies