सनातन धर्म को जो भी एक बार जानने की कोशिश करता है, उसी का हो जाता है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुआ है, जहां तीन वर्ष पहले शाहनवाज से इस्लामिक रीति रिवाजों से निकाह कर मुस्लिम बनी पूनम ने अपने शौहर शाहजहां के साथ पुन: सनातन धर्म में घर वापसी कर ली है।
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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पूनम और शाहनवाज दोनों ही मुजफ्फरनगर के कैराना के रहने वाले हैं। दोनों काफी वक्त से एक दूसरे को जानते थे। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई। कुछ दिन तक यह सिलसिला चला और यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई दोनों को पता ही नहीं चला। बाद में दोनों ने एक होने का निर्णय लिया और इसी के साथ पूनम ने शाहनवाज से निकाह कर लिया। निकाह के बाद उसने अपना नाम ‘अर्शी’ रख लिया।
हालांकि, इस दौरान दोनों को सनातन धर्म की महानता के बारे में पता चला तो दोनों ने सनातन धर्म में घर वापसी करने का फैसला किया। इसके बाद ये अपने जिले में ही स्थित बघरा ब्लॉक के एक आश्रम पहुंचे और वहां के संत से सनातन धर्म में आस्था बताकर घर वापसी की याचना की। उनकी विनती पर वहां के संत ने वैदिक रीति-रिवाजों से इनकी सनातन धर्म में घर वापसी कराई। सनातन धर्म अपनाने के बाद शाहनवाज ने अपना नाम राहुल रख लिया, जबकि अर्शी फिर से पूनम बन गई।
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संत ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हमने इनको हवन पूजन के बाद जनेऊ दी और गंगाजल से आचमन करके भगवान राम के नाम का पटका पहनाया। दोनों ही दंपत्तियों को अयोध्या की पवित्र मिट्टी का तिलक भी लगाया। साथ ही इन्हें सनातन धर्म की भेंट स्वरूप एक मूर्ति भी प्रदान की।
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